राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन दिल्लीवासियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए जमकर आतिशबाजी की। ये सिलसिला देर रात तक चलता रहा और ऐसा लगा ही नहीं कि पटाखों पर प्रदूषण की गंभीर स्थिति के कारण प्रतिबंध लगाया गया है। दिल्ली में शुक्रवार और शनिवार को हुई बारिश के कारण प्रदूषण के स्तर में जो सुधार देखने को मिला था, वो दीवाली पर हुई आतिशबाजी के कारण फिर खराब हो गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली भर में वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में बनी हुई है। आनंद विहार में एक्यूआई 296, आरके पुरम में 290, पंजाबी बाग में 280 और आईटीओ में 263 रहा।
Air quality across Delhi continues to be in the 'Poor' category as per the Central Pollution Control Board (CPCB).
AQI in Anand Vihar at 296, in RK Puram at 290, in Punjabi Bagh at 280 and in ITO at 263 pic.twitter.com/z0GRhqSqgR
— ANI (@ANI) November 13, 2023
दिवाली की अगली सुबह यानी सोमवार को दिल्ली में धुंए की एक चादर नजर आई, विजिबिलिटी भी बेहद कम है। वहीं, रविवार रात की बात करें, तो आरके पुरम में पीएम 2.5 का स्तर 593 एमजीसीएम तक पहुंच गया। रविवार को दीवाली की शाम दिल्ली का औसत एक्यूआई "खराब" श्रेणी में रहा।
बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने सात नवंबर को कहा था कि बेरियम युक्त पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश हर राज्य पर लागू होता है और यह केवल दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है, जो गंभीर वायु प्रदूषण की स्थिति से जूझ रहा है।