दिल्ली में मंगलवार को डॉक्टरों ने नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में एम्स अस्पताल से संसद तक मार्च निकाला।
#Delhi: Doctors march from AIIMS hospital to Parliament in protest against National Medical Commission Bill. #NMCBill pic.twitter.com/Qs2NdlknuQ
— ANI (@ANI) February 6, 2018
मालूम हो कि केंद्र सरकार देश में नेशनल मेडिकल कमीशन बिल लागू करने वाली है। इसे लोकसभा में पेश कर दिया गया। विरोध के चलते इस कानून को संशोधन के लिए स्टैंडिंग कमेटी के पास भेज दिया गया। बिल को एक बार फिर इस सप्ताह लोकसभा में पेश किया जाएगा।
असल में केंद्र सरकार ने सभी आयुष डॉक्टरों के लिए एक ब्रिज कोर्स की घोषणा की है। इस कोर्स को करने के बाद होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक डॉक्टरों को भी एलोपैथिक दवाएं लिखने करने का अधिकार मिल जाएगा। होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक डॉक्टरों ने केंद्र सरकार के इस नये कानून का समर्थन किया है। उनका मानना है कि इससे गरीब व महंगे अस्पताल में इलाज कराने से वंचित लोगों को फायदा मिलेगा, जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और कुछ आयुष डॉक्टर इसके खिलाफ हैं। इन डॉक्टरों में सरकारी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे रेजीडेंट डॉक्टर्स हैं। इनमें ज्यादार आय़ुष हैं।
एम्स रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हरजीत सिंह भट्टी के मुताबिक, बिल में कई खामियां है जिसमें संशोधन करना जरुरी है। अगर केंद्र सरकार बिना किसी संशोधन के इसे देश में लागू करती है तो ये चिकित्सा वर्ग के खिलाफ होगा। इसी के विरोध में देशभर के करीब तीस हजार डाक्टरों ने एम्स से संसद भवन तक मार्च निकाला है।