केंद्र मांडले म्यांमार से 200 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में था। यह जमीन से 85 किलोमीटर नीचे था। पृथ्वी विज्ञान मंत्राालय के अधीन आने वाले राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप का केंद्र म्यामांर में था और यह शाम 4:04 बजे 58 किलोमीटर की गहराई में आया।
म्यांमार में आए इस भूकंप के झटके बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय, त्रिपुरा, अरुणाचल, नगालैंड, मणिपुर और सिक्किम तक महसूस किए गए। पश्चिम बंगाल में कोलकाता के अलावा माल्दा, खड़गपुर, जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी में लोगों को झटकेे महसूस हुआ। भूकंप से कोलकाता में मेट्रो सर्विस रोक दी गई। ओडिशा के 10 जिलों में भी लोगों को भूकंप का एहसास हुआ। हालांकि जान-माल के नुकसान की फिलहाल कोई खबर नहीं है। पूर्वोत्तर भारत दुनिया के सर्वाधिक भूकंप संभावित क्षेत्रों में से एक है।
म्यांमार-भारत के अलावा बांग्लादेश, थाईलैंड, वियतनाम और चीन के भी कई हिस्सों में भूंकप के झटके महसूस किए गए। दो दिन में दूसरी बार म्यांमार में भूकंप आया। यहां मंगलवार को रिक्टर पैमाने पर 5.3 तीव्रता का भूकंप आया था। म्यांमार के खम्पत इलाके में भूकंप आया था। इसके कारण बांग्लादेश तक झटके महसूस किए गए थे। भाषा एजेंसी