12,000 करोड़ रुपये अधिक के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपियों नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी कराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंटरपोल का दरवाजा खटखटाया है। ईडी ने इस आधार पर इंटरपोल वारंट जारी करने की मांग की है कि इनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर रखा है।
समझा जाता है कि ईडी ने अपना अनुरोध सीबीआइ को भेज दिया है ताकि वह इसे फ्रांस के लियोन स्थित इंटरपोल के मुख्यालय भेज सके।
रेड कॉर्नर नोटिस प्रत्यर्पण और समान कानूनी कार्यवाही के मद्देनजर आपराधिक मामले की जांच में वांछित व्यक्ति का ठिकाना पता करने और गिरफ्तारी के लिए जारी किया जाता है। एक बार यह नोटिस जारी होने के बाद इंटरपोल विश्व के किसी भी हिस्से में संबद्ध व्यक्ति को गिरफ्तार करने का प्रयास करती है और किसी भी देश को उस व्यक्ति को हिरासत में लेने के लिए अधिसूचित कर सकती है।
गौरतलब है कि मुंबई की एक विशेष अदालत ने इडी के आग्रह पर इस महीने की शुरुआत में नीरव और चोकसी के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है। ईडी ने इन दोनों को मुंबई में हाजिर होने के लिए समन जारी किया था। लेकिन इन लोगों ने व्यावसायिक व्यस्ततताओं की वजह से आने से इनकार कर दिया था। नीरव और चोकसी घोटाला सामने आने के बाद से ही देश से फरार हो गए हैं।