फोटोशॉप और डॉक्टर्ड वीडियो के जमाने में किसी भी बात पर एक बार में भरोसा करना कठिन है। कांग्रेस के महासचिव व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एक वीडियो क्लिप इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। इसमें वह बिजली-पानी को लेकर बयान दे रहे हैं। इसे लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल भी किया जा रहा है जबकि सच्चाई कुछ और है। इस वीडियो क्लिप को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। गहलोत के आधे बयान को काट दिया गया। गहलोत ने वीडियो से छेड़छाड़ करने के लिए भाजपा पर आरोप लगाया।
सोशल मीडिया की क्लिप में क्या कह रहे हैं गहलोत
सोशल मीडिया पर जारी वीडियो क्लिप में गहलोत कह रहे हैं, 'ये बांध बना रहा है, उसमें अगर बिजली बनाएंगे तो पानी से बिजली निकल जाएगी और वह पानी खेतों में जाएगा। जब पानी से बिजली निकल जाएगी और उसकी ताकत ही खत्म हो जाएगी तो आपके खेतों में पानी काम क्या आएगा।'
वास्तव में ये कहा था गहलोत ने
बाद में इसका खंडन करते हुए स्वयं गहलोत की तरह से ट्वीट कर कहा गया कि जिस तरह से मेरे बयान को तोड़ मड़ोड़ कर पेश किया गया है उससे भाजपा का असली चेहरा लोगों के सामने उजागर हो गया। लोग मेरे बयान का पूरा वीडियो देख सुन कर अपने आप समझ जाएंगे कि मेरे खिलाफ किस तरह से दुष्प्रचार किया जा रहा है।
असल में गहलोत ने कहा था, 'मुझे याद है बचपन में जब जनसंघ हुआ करता था। भाखड़ा डैम बना था तो यही जनसंघ वाले लोग घूम-घूमकर प्रचार करते थे कि पं. नेहरू का दिमाग खराब हुआ है। ये बांध बना रहा है, उसमें जब बिजली बनाएगा तो पानी से बिजली निकल जाएगी और वह पानी खेतों में जाएगा। जब पानी से बिजली निकल जाएगी और उसकी ताकत ही खत्म हो जाएगी तो आपके खेतों में पानी काम क्या आएगा।'
ये इनकी असलियत है और इनकी फितरत में है कि मुझ जैसे साधारण इंसान को भी #ScientistGehlot का दर्जा दे देते हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 5, 2018
This is the original, which was edited.. pic.twitter.com/KGygG7RPMn
जोधपुर में भी गहलोत कई मौको पर ये बयान दे चुके है। लेकिन इस बार गहलोत के आधे बयान को एडिट कर किसी ने उनका वीडियो जारी कर दिया। इसके बाद से वे लगातार ट्रोल हो रहे हैं।