जम्मू-कश्मीर पुलवामा जिले में गुरुवार शाम हुए एक बड़े आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 37 जवान शहीद हो गए हैं और कई जवान घायल हैं। श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर स्थित अवंतीपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले पर हमला किया है। पीटीआई के मुताबिक, यह एक आत्मघाती हमला था। विस्फोटकों से भरी एक एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकराई और धमाका हुआ। इस हमले के बाद से ही दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किए गए हैं। पुलवामा के इस आतंकी हमले के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से बात की है। उन्होंने कहा कि मैं इस कायराना हमले की निंदा करता हूं। हमारे बहादुर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हम आशा करते हैं घायल जवान जल्द ही ठीक हों।
वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और किरण रिजिजू ने हमले की कड़ी आलोचना की है। किरण रिजिजू ने कहा कि हर संभव तरीके से इसका जवाब दिया जाएगा।
लखनऊ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बीच में राजनीति की बात करना ठीक नहीं है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की कल पटना रैली रद्द कर दी गई है।
आईईडी से किया गया ब्लास्ट
गुरुवार शाम केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों पर अवंतिपोरा के गरीपोरा के पास हमला किया गया। इस हमले में सीआरपीएफ का एक दूसरा वाहन भी आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गया। इस हमले के बाद जवानों को तुरंत श्रीनगर के हॉस्पिटल में शिफ्ट करने का काम शुरू किया गया, लेकिन अस्पताल में ले जाते वक्त कई जवान शहीद हो गए। इसके अलावा अन्य कई जवानों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराकर इनका इलाज शुरू कराया गया। जिस काफिले पर यह हमला हुआ, वह जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था और इसमें 2 हजार से अधिक जवान शामिल थे।
दक्षिण कश्मीर में अलर्ट, सर्च ऑपरेशन जारी
इस हमले की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पुलवामा में मौजूद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की अन्य कंपनियों को अवंतिपोरा भेजा गया। आतंकी वारदात के बाद सेना ने फिलहाल जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक बंद करते हुए अवंतिपोरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इसके अलावा पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। हमले में घायल जवानों का इलाज लगातार जारी है और एजेंसियों के अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
पहले भी आतंकी निशाने पर आए थे जवान
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर गुरुवार को हुआ यह हमला आतंकी हमले की पहली वारदात नहीं है। एक साल पहले 15 फरवरी 2019 को भी आतंकियों ने पुलवामा के पंजगाम स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक कैंप पर हमला किया था। इस वारदात के दौरान आतंकियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर हमला कर कैंप में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन जवानों की सतर्कता के कारण कामयाब नहीं हो सके थे।