चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने 9 मार्च से इस्तीफा दे दिया है। कानून एवं न्याय मंत्रालय ने एक अधिसूचना में इसका एलान किया। गोयल का इस्तीफा देश में लोकसभा चुनाव से पहले आया है। उनका कार्यकाल दिसंबर 2027 तक था।
आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है, ''राष्ट्रपति ने तत्काल चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।" चुनावी तैयारियों के लिए कई राज्यों के दौरे पर अरुण गोयल मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ थे लेकिन अचानक उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने इस्तीफे की कोई वजह नहीं बताई है।
गोयल, एक सेवानिवृत्त नौकरशाह, पंजाब कैडर के 1985-बैच के आईएएस अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में चुनाव आयोग में शामिल हुए थे। फरवरी में अनूप पांडे की सेवानिवृत्ति और गोयल के इस्तीफे के साथ, तीन सदस्यीय ईसी पैनल में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार शामिल हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से अरुण गोयल ने वीआरएस लिया था। वीआरएस लेने से पहले वे केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात थे। चुनाव आयुक्त के तौर पर उनकी नियुक्ति को लेकर विवाद भी हुआ था जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।