प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि सशक्त नागरिक हमारे प्रजातंत्र के सबसे मजबूत स्तंभ हैं। हमारी सरकार पिछले चार साल से नागरिकों को सूचना देने और सशक्त करने में लगी है। प्रधानमंत्री आज नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना आयोग (सीआइसी) के नए भवन के उद्घाटन के मौके पर विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने लोगों के साथ अच्छी तरह से संपर्क के लिए सीआइसी के मोबाइल ऐप्प को भी लॉन्च किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आयोग को लोगों की सुविधाओं के लिए अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीआइसी जैसे संगठन अच्छे प्रशासन के लिए उत्प्रेरक का काम करते हैं। मोदी ने कहा कि पूछें (आस्क), सुनें (लिसेन) बातचीत करें (इंटरैक्शन), कार्रवाई (ऐक्ट) और सूचना देना (इंफॉर्म) आधुनिक सूचना हाइवे के पांच स्तंभ है और हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं।
There are 5 pillars of modern information highway on which we are working simultaneously - Ask, Listen, Interact, Act and Inform: PM Modi pic.twitter.com/DcNIOY8EUS
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018
उन्होंने कहा कि जब हम पहले स्तंभ पूछें (आस्क) की बात करें तब सरकार की नीतियों और परियोजनाओं से जुड़े लोगों के प्रश्नों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
If i talk in detail about the first pillar 'Ask', then all the questions asked by the people on government policies & projects are given priority: PM Narendra Modi pic.twitter.com/9ADFDCHxz2
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018
उन्होंने कहा कि दूसरा स्तंभ है सुनें (लिसेन)। आज भारत में ऐसी सरकार है जो लोगों की सुनती है। यह सोशल मीडिया पर दी गई सलाह को सुनती है। कई बार हमने लोगों से मिली जानकारी के आधार पर अपनी नीतियों में बदलाव भी किया है।
The second pillar is 'Listen'. Today India has a govt which listens to people. It listens to the suggestions given by you on social media. We have sometimes made changes in our policies based on the feedback given by people: PM Modi pic.twitter.com/Rk02ADLjN3
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018
प्रधानमंत्री ने कहा कि विचार-विमर्श (इंटरैक्शन) आधुनिक सूचना हाइवे का तीसरा स्तंभ है और यह भी पहले दो की तरह की महत्वपूर्ण है। मेरा विश्वास है कि अगर सरकार और लोगों के बीच विचार-विमर्श हो तो दोनों में भावनात्मक रिश्ता बन जाता है।
The third pillar of modern information highway is 'Interaction' & this is as important as the previous two. I believe there is an emotional connect between the govt & the people, when their is an interaction between the two: PM Narendra Modi. pic.twitter.com/aOuEEc99M0
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018
उन्होंने कहा कि कार्रवाई (ऐक्ट) चौथा स्तंभ है। अगर पूछने, सुनने और विचार-विमर्श के बाद कोई कार्रवाई न हो तो परिश्रम से किया गया सारा काम व्यर्थ हो जाता है। मोदी ने कहा कि जब वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने के दौरान मिली शिकायतों के निपटारे के दौरान हमने कई नए नियम बनाए और कई नियम बदले भी गए।
The fourth pillar is 'Act'. If there is no action taken after asking, listening & interacting, then all the hard work done is a waste. While addressing all the complaints, when Goods & Services Tax (GST) was implemented, we made new rules & many rules were changed too: PM Modi. pic.twitter.com/iQHisjKXR8
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018
प्रधानमंत्री ने कहा कि सूचना देना (इंफॉर्म) आधुनिक सूचना हाइवे का पांचवां स्तंभ है। यह सरकार का दायित्व है कि वह अपनी कार्रवाई के बारे में सही तथ्य देने चाहिए। सरकार अपनी परियोजनाओं पर क्या काम काम कर रही है इसकी सही सही समय पर सूचना देने के लिए हम सबकुछ कर रहे हैं।
'Inform' is the fifth pillar of modern information highway. It is the duty of the govt to give right facts about their actions. We are doing everything to provide real time information to the people on the projects govt is doing: PM Narendra Modi. pic.twitter.com/CPyxmcniIh
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018
मोदी ने कहा कि आज भारत तेजी से डिजिटल सशक्त समाज बनने की ओर बढ़ रहा है। सूचना तकनीक ने न चीजों को आसान किया है बल्कि इसके सेवा की गुणवत्ता और पारदर्शिता भी बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में यह बदलाव आ रहा है इसका विस्तार संसद से लेकर सड़क तक, पीएमओ से लेकर पंचायत भवन तक, हर तरफ देखा जा रहा है।
Today India is swiftly moving forward towards becoming a digitally empowered society. Information Technology has not only made things easy, it has also ensured transparency and quality of service: PM Narendra Modi pic.twitter.com/hWheWtUKrZ
— ANI (@ANI) 6 मार्च 2018