देश ही नहीं विदेशों में भी परेशान लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर नजर आने वाली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक बार फिर एक बेबस मां की मदद की है। ये मां अपने बेटे के शव के साथ कुआलालंपुर एयरपोर्ट पर फंसी थी, जिसके बाद सुषमा स्वराज ने उनकी मदद की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह महिला अपने बेटे के साथ ऑस्ट्रेलिया से भारत आ रही थी, लेकिन कुआलालंपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अचानक उसके बेटे की मौत हो गई। इसके बाद वह बेबस मां एयरपोर्ट पर ही फंस गई। इसके बाद एक नेटिजेन ने ट्वीट कर विदेश मंत्री को इसकी जानकारी देते हुए सहायता की गुहार लगाई।
Dear @SushmaSwaraj @MEAIndia * URGENT AND KIND REQUEST *one of my close friend & his mom travelled from Australia to India. In Kuala Lumpur International Airport, my friend collapsed suddenly and passed away. My Friend's mom is alone in KLIA and don't know much to get help.(1/2)
— Ramesh (@rameshkumar132) January 10, 2018
She should not worry. Indian High Commission officials are reaching the Kuala Lumpur airport. The body will be flown to India at our expense. An official of the Indian High Commission will escort the grieving mother to India. https://t.co/8Yjvqx2gNd
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 11, 2018
ट्वीट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सुषमा स्वाराज ने कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिए मदद का आश्वासन दिया और कहा कि शव सरकार के खर्चे पर भारत लाया जाएगा। सुषमा ने बाद में ट्वीट किया, "भारतीय उच्चायोग के अधिकारी मां को उसके बेटे के शव के साथ लेकर मलेशिया से चेन्नई आ रहे हैं। शोक संपतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।" सुषमा स्वराज के इस कदम की हर तरफ एक बार फिर तारीफ हो रही है।
Indian High Commission official is escorting the mother and mortal of remains of the deceased son from Malaysia to Chennai. My heartfelt condolences to the bereaved family. https://t.co/5FTCTzFYSe
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 11, 2018
गौरतलब है कि पिछले दिनों काफी समय से नाइजीरियाई अधिकारियों की हिरासत में फंसे चार भारतीयों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से छुड़ा लिया गया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि नाइजीरिया अधिकारियों की हिरासत में रहे चार भारतीयों को भारतीय उच्चायुक्त के दखल के बाद रिहा कर दिया गया। इन चार में से दो भारतीय नागरिकों ने ट्विटर के जरिए सुषमा से अपनी रिहाई की अपील की थी।