गणतंत्र दिवस के दिन निकली ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई जारी है। बुधवार को करीब 200 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है, जबकि दो दर्जन से ज्यादा पर एफआईआर दर्ज की गई हैं। दिल्ली पुलिस ने कुछ किसान नेताओं पर भी एफआईआर की हैं। इस बीच किसान नेता वीएम सिंह ने ऐलान किया है कि उनका संगठन किसानों के आंदोलन से अलग हो रहा है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मुखिया वीएम सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनरा संगठन अब आंदोलन का हिस्सा नहीं होगा। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत पर कई गंभीरआरोप लगाए हैं। उनके अनुसार ये आंदोलन इस स्वरूप मे मेरे साथ नहीं चलेगा। हम यहां पर शहीद कराने या लोगों को पिटवाने नहीं आए हैं। उन लोगों के साथ आंदोलन नहीं चला सकते, जिनकी दिशा अलग हो. राकेश टिकैत ने एक बार भी गन्ना किसानों की बात उठाई। राकेश टिकैत ने धान खरीफ की कोई बात नहीं की।
उन्होंने कहा कि हम यहां से सपोर्ट करते रहें और उधर कोई और नेता बना रहे, यह मंजूर नहीं। मैं यह कहना चाहता हूं कि मैंने आंदोलन खड़ा करने का काम किया। मैंने किसानों को दिल्ली लाने का काम किया। हम यहां इसलिए नहीं आए थे कि खुद को, देश को और 26 जनवरी पर सबको बदनाम करें।