मंत्री का यह बयान पादरी के कथित वीडियो के सामने आने के एक दिन बाद आया है। वीडियो में पादरी कथित रूप से सरकार से उन्हें मुक्त कराने की अपील करते नजर आ रहे हैं। सुषमा ने ट्वीट किया, हमने तमाम कोशिशें की हैं और उनकी कैद से फादर टाॅम की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
फादर टाॅम को वापस लाने के लिए सरकार का संकल्प जताते हुए विदेश मंत्री ने अगवा किए गए नागरिकों -- जुडिथ डिसूजा और फादर अलेक्सिस प्रेम कुमार की अफगानिस्तान से रिहाई सुनिश्चित करने में भारत की भूमिका के उदाहरण का उल्लेख दिया। मार्च में खूंखार आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने फादर टाॅम को बंदरगाह शहर अदन से अगवा कर लिया था। आतंकवादी समूह ने मदर टेरेसाज मिशनरीज आॅफ चैरिटी की ओर से संचालित एक देखभाल केंद्र पर हमला किया था जिसके बाद से फादर टाॅम लापता थे।
सुषमा ने उल्लेख किया, मैंने फादर टाॅम का वीडियो देखा है। वह एक भारतीय नागरिक हैं और हमारे लिए हर भारतीय का जीवन बेहद कीमती है। हमने अफगानिस्तान से फादर एलेक्स प्रेम कुमार और जुडिथ डिसूजा को रिहा कराया। वीडियो में टाॅम भारत सरकार और पोप फ्रांसिस सहित साथी ईसाइयों से मदद की गुहार करते नजर आ रहे हैं। बहरहाल, वीडिया की सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी।
वीडियो क्लिप में फादर टाॅम यह कहते दिख रहे हैं, अगर मैं एक यूरोपीय पादरी होता तो मुझे अधिक गंभीरता से लिया जाता। मैं भारत से हूं। शायद इसलिए मुझे अधिक गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
प्रेम कुमार को जून 2014 में अफगानिस्तान के हेरात से अगवा कर लिया गया था और आठ महीने के बाद उन्हें कैद से रिहा करा लिया गया था। भारतीय सहायककर्मी जुडिथ डिसूजा को जुलाई में रिहा करा लिया गया था, एक महीना पहले काबुल में उनका अपहरण हो गया था। भाषा एजेंसी