नई दिल्ली, प्रसिद्ध पत्रकार एवम यूट्यूबर उर्मिलेश को इस बार कुलदीप नैयर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई। यह पुरस्कार 15 नवम्बर को गाँधी शांति प्रतिष्ठान के सभागार में दिया जाएगा। पुरस्कार में एक लाख रुपए की राशि, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह शामिल है। पहला पुरस्कार रवीश कुमार, दूसरा निखिल वागले, तीसरा अजित अंजुम चौथा अरफ़ा खानम को दिया गया।
प्रख्यात समाजशास्त्री आशीष नंदी, गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशान्त, ओम थानवी, नीरजा चौधरी, संजय पारिख, वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त, अशोक कुमार, विजय प्रताप, प्रियदर्शन, अनिल सिन्हा, प्रमोद रंजन की निर्णायक समिति ने आज यहां घोषणा की।
समिति के अध्यक्ष आशीष नंदी ने यह जानकारी देते हुए बताया, "गांधी शांति प्रतिष्ठान टीवी पत्रकार और एंकर उर्मिलेश को कुलदीप नैयर स्मृति पुरस्कार दिए जाने की घोषणा करते हुए गौरवान्वित महसूस करता है। भारत ऐसा देश हैं जहां लोगों को सच बोलने से किसी को रोका नहीं जा सकता। लोग सत्ता के खिलाफ प्रतिरोध की आवाज़ व्यक्त करेंगे ही। वे कभी चुप नहीं रहेंगे। यह पुरस्कार ऐसे पत्रकारों को दिया जाता है जो अपने समय मे सच व्यक्त कर रहे हैं।"
श्री उर्मिलेश ने "शाने सहारे" से पत्रकारिता शुरू की और उन्होंने नवभारत टाइम्स, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कार में काम किया और राज्यसभा टीवी के कार्यकारी संपादक भी रहे। फिर वे वायर और न्यूज़ क्लिक में भी रहे। उन्होंने "बिहार का सच", "झेलम किनारे दहकते चिनार", "गाजीपुर में क्रिस्टोफर कॉडवेल", "मेम का गांव गोडसे की गली" "जादुई जमीन का अंधेरा" योद्धा महापंडित राहुल सांकृत्यायन आदि पुस्तकों की रचना की है।