उत्तर प्रदेश जल निगम भर्ती घोटाले में सपा सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान व चार अन्य के खिलाफ एसआईटी ने धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार कानून के तहत एफआईआर दर्ज की है। चार अन्य लोगों में आजम खान के ओएसडी अफाक, पूर्व नगर विकास सचिव एस पी सिंह, जल निगम के तत्कालीन एमडी पी के आसूदानी और चीफ इंजीनियर शामिल हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई की मुताबिक, भ्रष्टाचार का मामला दर्ज होने के बाद आजम खान ने कहा कि 'मैंने सभी लोगों को नौकरी दी है। मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। जिन लोगों ने झूठ बोला है, उन्हें समाज को जवाब देना चाहिए। अगर सरकार का मकसद परेशान करना है तब कोई बात नहीं, अन्यथा मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है।'
I had provided them jobs. There are no corruption charges on me or others. Those who have lied should answer to the society. If the intention is to harass us then so be it: Azam Khan, SP on FIR against him in connection with Uttar Pradesh Jal Nigam recruitment scam. pic.twitter.com/hrjxqU11mY
— ANI UP (@ANINewsUP) April 25, 2018
गौरतलब है कि सपा सरकार के दौरान जल निगम में हुई 13 सौ भर्तियों में कथित घोटाले की जांच एसआईटी को सौंपी गई थी। एसआईटी ने इस मामले में आजम खान और पूर्व नगर विकास सचिव एसपी सिंह को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की थी। आजम खान ने अपने ऊपर लगे हुए सारे आरोपों को नकारते हुए कहा था कि मेरा इससे कोई वास्ता नहीं है, जिस समय यह घोटाला हुआ था, उस समय जल निगम विभाग आजम खान के पास ही था।
आरोप है कि इन भर्तियों के लिए जरूरी प्रक्रिया को बाइपास किया गया और मनमर्जी से भर्तियां की गईं। यह भर्ती सपा सरकार का कार्यकाल खत्म होने के कुछ दिन पहले की गईं थीं, ऐसे में राज्य में बीजेपी की सरकार बनते ही कहा गया था कि मामले की जांच की जाएगी। बीजेपी सरकार द्वारा गठित कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर 122 जूनियर इंजीनियर्स को बर्खास्त करते हुए जांच एसआईटी को सौंपी गई थी।