मुंबई धमाकों के मास्टर माइंड हाफिज सईद को राजनीतिक संरक्षण देने पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो देश की रक्षा के लिए भारतीय फौजें सीमा पार जाकर कार्रवाई भी कर सकती हैं। सितंबर 2016 में भारतीय सेना ने एलओसी पार कर आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया था। इसमें कई आतंकी मारे भी गए थे।
राजनाथ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग है और मोदी सरकार कश्मीर मुद्दे का हल चाहती है। गृहमंत्री ने कहा कि इसके लिए दिनेश्वर शर्मा वार्ताकार नियुक्त किए गए हैं, जो वार्ता के लिए इच्छुक किसी से भी बात करने के लिए तैयार हैं। राजनाथ ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखना चाहती है। लेकिन पड़ोसी ऐसी इच्छा रखने की जगर लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को राजनीतिक संरक्षण दे रहा है। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद को राजनीतिक दल बनाने की अनुमति दी गई है। अब वह चुनाव लड़ेगा और संसद में पहुंचेगा। उऩ्होंने कहा कि इतना ही नहीं हजारों लोगों की हत्या में शामिल हक्कानी नेटवर्क को भी संरक्षण दिया जा रहा है जो दुखद है।
गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व मंच पर आतंकवाद से लड़ने में काफी सफलता हासिल की है। पहले कोई भी पाकिस्तानी आतंकवाद की चर्चा नहीं करता था पर अब अमेरिका भी पाकिस्तान की आलोचना करने लगा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कितना भी प्रयास कर ले पर कश्मीर कभी भी भारत से अलग नहीं किया जा सकता है। राजनाथ ने कहा कि कश्मीर भारत के साथ था, है और रहेगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर के बच्चे उनके अपने बच्चे के समान हैं और किसी को इन्हें गुमराह करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि जो लोग मासूम कश्मीरी युवकों को जेहाद की शिक्षा देने की कोशिश कर रहे हैं पहले उन्हें इस्लाम में जेहाद का मूल उद्देश्य क्या है पढ़ना चाहिए।
राजनाथ ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से निजी तौर पर कहा है कि जन लोगों पर पहली बार पत्थरबाजी का मुकदमा दर्ज किया गया है उन्हें राहत दी जाए। सिंह के कहने पर यहां की सरकार ने इस तरह के 9,730 लोगों पर से केस वापस लिए थे।