रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आरोप लगाया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कुछ ताकतें हैं, जो भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ रही हैं। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि ऐसे लोगों को संस्थान के छात्रसंघ के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ भी देखा गया है। आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ दिन पहले ही वामपंथी समूहों ने जेएनयू छात्रसंघ चुनावों में सभी चार प्रमुख पद जीते हैं।
चुनाव नतीजे सामने आने के बाद आरएसएस समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और वामपंथी ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन (आइसा) के सदस्यों के बीच झड़पें भी हुई हैं। मामला पुलिस तक पहुंच गया और दोनों ही पक्षों की ओर से एक दूसरे पर पिटाई के आरोप लगाए गए। इस बाबत सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी शेयर की गईं।
मंगलवार को निर्मला ने कहा, 'कुछ ऐसी ताकतें हैं जो भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ रही हैं और वे छात्रसंघ के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ भी देखे जाते हैं। इससे मैं असहज महसूस करती हूं।’ भारतीय महिला प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम के दौरान जेएनयू की पूर्व छात्र निर्मला सीतारमण से विश्वविद्यालय के घटनाक्रम के बारे में सवाल किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में (जेएनयू में) जो चीजें हुई हैं, वे वास्तव में उत्साहजनक नहीं हैं।’ रक्षा मंत्री ने कहा, 'पुस्तिकाएं कहती हैं कि वे भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं। उनकी विवरणिकाएं (ब्रोशर) ऐसा कहती हैं। JNUSU का नेतृत्व करनेवाले या छात्रसंघ के सदस्य खुले तौर पर ऐसी ताकतों के साथ शामिल होते हैं, इसलिए भारत विरोधी कहने में आपको संकोच करने की आवश्यकता नहीं है।'