असम के पूर्व मुख्यमंत्री 84 वर्षीय तरुण गोगोई का सोमवार को निधन हो गया। वह गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती थे। बता दें कि उनकी स्थिति पहले से ही नाजुक चल रही थी। कोरोना बीमारी के बाद होने वाली समस्याओं से वे पीड़ित थे।
शनिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें भर्ती कराया गया था। मल्टी-ऑर्गन फेल्योर से पीड़ित होने के बाद गोगोई को वेंटिलेंटर पर रखा गया था। गोगोई 25 अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे और इसके अगले दिन उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 25 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। तरूण गोगोई के निधन पर राजनीतिक जगत में शोक की लहर छा गई है।
तरूण गोगोई के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके परिवार और समर्थकों को सांत्वना व्यक्त की है। पीएम ने ट्वीट कर कहा, " “श्री तरूण गोगोई जी एक लोकप्रिय नेता थे और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिन्हें असम और केन्द्र का कई वर्षों का राजनीतिक अनुभव था। इस दुख की घड़ी में मेरी सांत्वना उनके परिवार और समर्थकों के साथ है। ओम शांति।”
राहुल गांधी ने तरूण गोगोई के निधन पर ट्वीट करते हुए कहा- तरूण गोगोई एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे। उन्होंने सभी लोगों और असम के समुदायों को एक साथ लाने में पूरी जिंदगी समर्पित कर दी। मेरे लिए, वह एक महान नेता और बुद्धिमान शिक्षक थे। मैं उन्हें प्यार और आदर करता हूं। मैं उन्हें याद करूंगा। मेरा प्यार और सहानुभूति गौरव और उनके परिवार के प्रति है।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को देखने के लिए डिब्रुगढ़ से वापस गुवाहाटी जा रहे हैं, उसके कुछ घंटे बाद यह खबर आई। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ट्वीट किया था, "पूर्व सीएम सम्मानित तरुण गोगोई दा तबीयत बिगड़ने के कारण मैंने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और और उनके परिवार के साथ रहने के लिए डिब्रूगढ़ से गुवाहाटी वापस जा रहा हूं वह हमेशा मेरे लिए एक पिता तुल्य रहे हैं।''