मुंबई पुलिस के चर्चित आईपीएस अधिकारी हिमांशु रॉय ने शुक्रवार को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। एएनआई के मुताबिक, उन्होंने साउथ मुंबई स्थित अपने घर में सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। रॉय कैंसर के चलते मेडिकल लीव पर थे। घटना के बाद रॉय को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। पुलिस का कहना है कि उनका एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने कैंसर की बीमारी और डिप्रेशन को आत्महत्या की वजह बताया है। बीमारी के चलते वे 2016 से छुट्टी पर थे और डिप्रेशन से जूझ रहे थे।
हिमांशु रॉय के डॉक्टर गौतम भंसाली ने बताया, 'जब उन्हें अस्पताल लाया गया तब उनकी मौत हो चुकी थी। मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता था। बीमारी के चलते उनका वजन काफी बढ़ गया था और उनका शरीर पहले जैसा नहीं था।' रॉय काफी समय से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे। उनकी कीमोथैरेपी और रेडियशन थैरेपी चल रही थी। हालांकि अपनी फिटनेस का वह काफी ध्यान रखते थे।
घटना पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, 'वह एक साहसी अफसर थे और कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे थे। उनके जाने से हमने एक काबिल अफसर खो दिया।' रॉय एक बहादुर और सख्त उसूलों वाले अफसर मने जाते थे। मुंबई में कई हाई प्रोफाइल मामलों की गुत्थी सुलझाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
1988 बैच के आईपीएस अधिकारी
फिलहाल हिमांशु रॉय महाराष्ट्र पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के पद पर कार्यरत थे। वह जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) और महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) के चीफ भी रह चुके थे। 1988 बैच के आईपीएस हिमांशु राय एक बहादुर और तेज-तर्रार पुलिस अफसर थे, जो कई जटिल केस को सुलझाने के लिए जाने जाते रहे हैं।
कई हाई प्रोफाइल केस उनके पास रहे
उन्हें अपने करियर में कई बड़े केस की जिम्मेदारी मिली। अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के ड्राइवर अरीफ, पत्रकार ज्योर्तिमय डे मर्डर केस, लैला खान मर्डर केस, पल्लवी पुराकायस्था केस सहित कई हाई प्रोफाइल केस उनके पास थे और उनमें से अनेकों को उन्होंने अंजाम तक पहुंचाया। साथ ही उन्होंने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और 26/11 मुंबई हमले की भी तफ्तीश की।
इन्हीं केसों के चलते उन्हें 2014 में जेड प्लस सिक्योरिटी भी मिली थी।
चर्चित आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामला
2013 में आईपीएल में जब स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया था। तब हिमांशु ने ही इस मामले को संभाला था। हिमांशु रॉय ने इस मामले में मशहूर एक्टर दारा सिंह के बेटे विंदू दारा सिंह को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक और पूर्व बीसीसीआई चीफ एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन से भी पूछताछ की थी और इस मामले में उसे दोषी बताया था।
हिमांशु रॉय का डील-डौल अच्छा था और वे दोनों हाथ बांधकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे। स्पॉट फिक्सिंग मामले में हिमांशु रॉय ने कहा था, 'हमने इस मामले की पूरी तरह जांच की और हमें गुरुनाथ मयपन्न के खिलाफ सबूत मिले थे।' इसके अलावा उन्होंने क्रिकेटर श्रीसंत के खिलाफ भी काफी सबूत जुटाए थे। हिमांशु रॉय ने बताया था कि श्रीसंत के नाम से जो कमरा बुक था उसमें से एक लैपटॉप, आईपैड, मोबाइल, डेटा कार्ड, कुछ डायरी और कैश बरामद किया गया है।