देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आजकल अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने कहा है कि गौरक्षकों द्वारा पीएम मोदी की बात न सुनना चिंता की बात है।
इकॉनमिक टाइम्स के मुताबिक, समाचार एजेंसी आईएएस को दिए इंटरव्यू में अंसारी ने कहा कि मोदी एक मजबूत नेता हैं। वे अपनी पार्टी के ऐसे नेता हैं जिनसे कोई सवाल नहीं करता। अगर उनकी अपील को भी नहीं सुना जाता तो यह गंभीर चिंता का विषय है। कुछ ऐसे लोग भी उनकी पार्टी में हैं जो पीएम की नहीं सुन रहे हैं। मैं कोई निष्कर्ष नहीं निकाल रहा हूं।
अंसारी ने अपनी किताब ‘डेयर आई क्वेश्चन’ की रिलीज से पहले कहा कि उन्होंने किताब में कई मुद्दों पर विस्तार से अपनी बात रखी है। हामिद अंसारी ने कहा कि इस किताब में भारतीय राष्ट्रवाद, बहुसंख्यकवाद, सेक्युलरवाद, लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई है।
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि देश में असहिष्णुता सच में बढ़ गई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ये नहीं कहा जा सकता कि साम्प्रदायिक खाई केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद ही बढ़ी है। यह खाई लंबे वक्त से मौजूद थी।
हामिद अंसारी इससे पहले शरिया कोर्ट के समर्थन में बयान दे चुके हैं। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि अगर कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल हो सकता है तो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाने में क्या बुराई है।