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गाजियाबाद के सीएमओ ने मांगी माफी, कहा- डॉक्टरों के खिलाफ आरडब्ल्यूए को भड़काने का नहीं था इरादा

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र गुप्ता ने 30 अप्रैल...
गाजियाबाद के सीएमओ ने मांगी माफी, कहा- डॉक्टरों के खिलाफ आरडब्ल्यूए को भड़काने का नहीं था इरादा

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र गुप्ता ने 30 अप्रैल को सभी रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशनों (आरडब्ल्यूए) से एक ऐसी अपील की, जिसको लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे थे कि खुद डॉक्टर होकर गाजियाबाद के सीएमओ ऐसी अपील कैसे कर सकते हैं। देशभर के कई डॉक्टरों और निवासियों ने इसे असंवेदनशील बताते हुए इसका विरोध किया, जिसके बाद अब गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने माफी मांग ली है और कहा है कि उनका इरादा डॉक्टरों के खिलाफ आरडब्ल्यूए को भड़काने का नहीं था।

बता दें कि गाजियाबाद जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र गुप्ता ने अपील की थी कि गाजियाबाद से जो डॉक्टर या पैरामेडिकल स्टाफ दिल्ली जाते हैं वह कुछ दिन दिल्ली में ही रहें और गाजियाबाद ना आए ताकि यहां कोरोना का संक्रमण और ना फैले।

बाद में सीएमओ ने मांगी माफी

डॉ. नरेंद्र गुप्ता ने 7 मई यानी गुरुवार को एक स्पष्टीकरण जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं है क्योंकि अपील को वर्तमान स्थिति के संदर्भ में देखा जाना चाहिए जिसने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया। इस अपील को लेकर गाजियाबाद चिकित्साधिकारी ने आउटलुक से बात की और पूरी घटना पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इस पत्र को तब जारी किया गया जब हमारी निगरानी टीम ने बताया कि स्वास्थ्य पेशेवरों के कारण कोविड-19 के पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में अचानक उछाल देखा जा रहा है। इसलिए हमने आरडब्ल्यूए से विनम्रतापूर्वक स्वास्थ्य कर्मियों से अनुरोध करने को कहा कि वे उन अस्पतालों के करीब रहने का अनुरोध करें जहां वे काम करते हैं ताकि जिले में कोरोना के प्रसार को रोका जा सके।

जानकारी के मुताबिक, इस मामले पर अब शुक्रवार को यानी आज जिला प्रशासन आईएमए के साथ बैठक करेगा कि कैसे दिल्ली में फैले करोना संक्रमण का असर गाजियाबाद में न होने पाए।

जानें क्या कहा था गाजियाबाद के सीएमओ ने

दरअसल, 30 अप्रैल को गाजियाबाद चिकित्साधिकारी नरेंद्र गुप्ता ने पहले पत्र लिखकर दिल्ली के अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर और पैरामेडीकल स्टाफ को गाजियाबाद के अपने घर में न रहने की सलाह दी फिर 5 मई को नगर निगम कमिश्नर ने पत्र जारी करके आरडब्ल्यूए को सोसायटी में रहने वाले डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को लॉकडाउन तक दिल्ली रहने की नसीहत देने को कहा। इसके बाद इस विवादास्पद पत्र के खिलाफ डॉक्टरों ने खासी नाराजगी जताई, जिसके बाद अब गाजियाबाद जिला प्रशासन ने इस पत्र को निष्प्रभावी कर दिया है।

इस पत्र के जारी किए जाने के बाद लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया था कि एक तरफ पूरा देश हमारे डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना के खिलाफ सबसे बड़ा योद्धा मानकर उनका सम्मान कर रहा है, सेना और वायु सेना इनके सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रही है वहीं दूसरी तरफ इनके बारे में इस तरह की बातें फैलाई जा रही है कि जैसे ये अस्पताल में अपनी सेवाएं देने के बाद जब घर आ रहे हैं तो यह संक्रमण फैला सकते हैं।

गाजियाबाद में अब तक 116 कोरोना संक्रमित

बता दें कि गाजियाबाद में अब तक कुल 116 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं और अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल गाजियाबाद श्रेणी के हिसाब से ऑरेंज जोन में आता है।

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