केंद्र सरकार ने मंगलवार को सैन्य मामलों के लिए नए विभाग का गठन कर दिया। इस विभाग का नेतृत्व देश के पहले और नव नियुक्त चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत करेंगे। वह नए साल के पहले दिन बुधवार को सीडीएस का पदभार ग्रहण करेंगे। सेना प्रमुख के रूप में तीन साल का कार्यकाल पूरा करने वाले जनरल रावत देश के पहले सीडीएस बनाए गए हैं।
इस सिलसिले में जारी आदेश में कहा गया है कि नए विभाग के पास सेना, नौसेना और वायु सेना से संबंधित कार्य होंगे। प्रचलित नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार, यह विभाग सेनाओं के लिए विशेष खरीद का काम करेगा। विभाग सैन्य कमांड का पुनर्गठन भी सुनिश्चित करेगा और तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को और बेहतर करने की दिशा में काम करेगा।
स्वदेशी उपकरणों को देगा बढ़ावा
विभाग यह भी सुनिश्चित करेगा कि जरूरतों के अनुसार खरीद, प्रशिक्षण और कर्मचारियों के लिए संयुक्त योजना बने। इसके अलावा, विभाग को सेवाओं द्वारा स्वदेशी उपकरणों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का काम सौंपा गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत सरकार (कामकाज के आवंटन) नियम, 1961 में बदलावों को मंजूरी दी, और इसके बाद विभाग का गठन किया गया।
सीडीएस के तहत पांच विभाग
ताजा बदलावों में पांच विभाग होंगे जिसमें इसमें रक्षा, सैन्य मामले, रक्षा उत्पादन, रक्षा अनुसंधान और विकास तथा पूर्व सैनिक कल्याण विभाग शामिल हैं। सैन्य मामलों के विभाग में रक्षा मंत्रालय का एक एकीकृत मुख्यालय होगा जिसमें सेना मुख्यालय, नौसेना मुख्यालय, वायु मुख्यालय, रक्षा स्टाफ मुख्यालय और प्रादेशिक सेना शामिल होंगे।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 दिसंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के सृजन को मंजूरी दी थी। सीडीएस, रक्षा मंत्रालय के तहत बनाए जाने वाले नए विभाग, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स के प्रमुख (सेक्रेटरी) होंगे।
सेना किसी भी युद्ध के लिए तैयारः बिपिन रावत
सीडीएस पद पर नियुक्ति के बाद निर्वतमान भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि किसी भी युद्ध के लिए सेना पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में सेना का आधुनिकीकरण करना उनका एक बड़ा कदम था। उन्होंने कहा कि चीफ ऑफ स्टाफ सिर्फ एक पद है, उस व्यक्ति को सेना के सभी जवान सहयोग करते हैं उसी सहयोग से देश की सेना आगे बढ़ती है।