जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर हुई सर्वदलीय बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को दिल्ली में संसद भवन में यह बैठक बुलाई गई। इसमें कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए।
'आतंकवाद पर कांग्रेस जवानों के साथ'
बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि हमने गृहमंत्री से आग्रह किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों की बैठक बुलाएं और उनके साथ विचार विमर्श करना चाहिए। हमारी इस मांग का बाकी दलों ने भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी आतंकवाद का खात्मा करने के लिए मजबूती के साथ जवानों के साथ खड़ी है।
इससे सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला शुक्रवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में लिया गया। शुक्रवार शाम इन जवानों के पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने उन्हें सलामी दी। इसके बाद आज शहीदों के पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पहुंच रहे हैं, जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
छीना मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा
गुरूवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए। इसके बाद सरकार और सुरक्षा एजेंसियां ऐक्शन मोड में हैं। इस आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है।
विदेश सचिव ने की राजनयिकों से मुलाकात
हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाक को अलग-थलग करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस कड़ी में विदेश सचिव विजय गोखले ने करीब 25 देशों के राजनयिकों से मुलाकात की। इनमें पी-5 देशों के प्रतिनिधि, सभी दक्षिण एशियाई देशों के डेलिगेट्स और जापान, जर्मनी एवं कोरिया जैसे प्रमुख मित्र राष्ट्रों के राजनयिक शामिल थे।
इस मुलाकात में सभी देशों के राजनयिक मिशनों के मुखिया ने बिना किसी संदेह के यह माना कि पाकिस्तान के समर्थन वाले और वहां से संचालित होने वाले जैश-ए-मोहम्मद ने इस आतंकी घटना को अंजाम दिया है तथा सभी देशों ने भारत की इस मांग से भी सहमति जताई कि पाकिस्तान को आतंकवाद को किसी भी तरह का समर्थन बंद करना चाहिए।
इस तरह हुआ हमला
जैश के आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो ने दोपहर 3:15 बजे यह आत्मघाती हमला किया। उसने एक गाड़ी में विस्फोटक भर रखे थे। जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला लेथपोरा से गुजरा, आतंकी ने रॉन्ग साइड से आकर अपनी गाड़ी जवानों से भरी बस से टकरा दी। जिस बस को हमले के लिए निशाना बनाया गया, वह 76वीं बटालियन की थी और इसमें 39 जवान सवार थे। बताया जा रहा है कि आदिल ने एक गाड़ी में 100 किलोग्राम विस्फोट भर रखा था। पुलवामा के काकापोरा का रहने वाला आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था।