कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पार्टी की अगुवाई करने के बारे में कहा कि जब चुनाव होंगे तो यह साफ हो जाएगा कि ‘‘मैं कांग्रेस अध्यक्ष बनूंगा या नहीं, इसलिए कृपया तब तक इंतजार करिए।’’
उन्होंने यहां ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान पत्रकारों से कहा कि पदयात्रा यह समझने की कोशिश है कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है और साथ ही यह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई की कोशिश है।
राहुल गांधी ने कांग्रेस को बचाने के लिए यह यात्रा किए जाने के आरोपों पर कहा, ‘‘भाजपा-आरएसएस अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन हम, लोगों से जुड़ने के लिए यह ‘यात्रा’ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी संस्थान अब भाजपा के नियंत्रण में हैं और उनका विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कोई संदेश देने के सवाल पर कहा, ‘‘मेरे पास कोई संदेश नहीं है।’’
यहां 'विवेकानंद पॉलिटेक्निक' से 118 अन्य "भारत यात्रियों' और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा की शुरुआत के बाद आगे बढ़ रहे राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने के अनुरोध संबंधी सवाल पर कहा, ‘‘मैंने निर्णय ले लिया है, मैं बहुत स्पष्ट हूं, जब पार्टी के चुनाव होंगे तब जवाब दूंगा। अगर मैं कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ता हूं तो आप मुझसे सवाल पूछ सकते हैं और तब मैं जवाब दूंगा कि मैंने चुनाव क्यों नहीं लड़ा।’’
कांग्रेस ने राहुल गांधी समेत 119 नेताओं को "भारत यात्री" नाम दिया है जो कन्याकुमारी से पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे। ये लोग कुल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।