केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने पश्चिम बंगाल सहित देश के अन्य राज्यों में डॉक्टरों के द्वारा हो रहे आंदोलन के बीच सभी प्रदेशों सहित केंद्र शासित राज्यों के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि डॉक्टरों पर किसी तरह का हमला करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इसके साथ ही सभी मुख्यमंत्रियों से इस तरह के मामले में ध्यान देने को भी कहा है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री ने इससे पहले भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी पत्र लिखकर राज्य में जारी डॉक्टरों के आंदोलन को स्वयं संज्ञान में लेकर जल्द- जल्द से हल करने को कहा था।
ममता बनर्जी को भी लिखा था पत्र
केंद्रीय मंत्री ने सीएम ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा था कि केंद्र सरकार इस मामले में राज्य सरकार के साथ और वह किसी भी सहायता के लिए तैयार है। बीते पांच दिनों से पश्चिम बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में दो डॉक्टरों की पिटाई की घटना को लेकर आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन का समर्थन देश के अन्य राज्यों के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर भी कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में जारी आंदोलन को लेकर सीएम ममता ने डॉक्टरों से वार्ता करने को शुक्रवार सहित शनिवार सुबह भी बुलाया था। लेकिन डॉक्टरों ने मना कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि सीएम सशर्त माफी मांगे और हमारी छह सूत्रीय मांगों को भी पूरा करें, तभी आंदोलन समाप्त होगा और सभी चिकित्सक काम पर लौटेंगे।
गृह मंत्रालय ने ममता सरकार को जारी की एडवायजरी
डॉक्टरों से मारपीट के मामले के बाद पश्चिम बंगाल में चल रही चिकित्सकों की हड़ताल को लेकर केंद्र ने राज्य सरकार को एडवायजरी जारी की है। इस एडवायजरी में मामले को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है। यही नहीं गृह मंत्री अमित शाह ने ममता सरकार से 2016 से 2019 के बीच हुई राजनीतिक हिंसा को लेकर भी रिपोर्ट मांगी है। केंद्र ने ममता सरकार से पूछा है कि आखिर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म कराने और राजनीतिक हिंसा पर लगाम कसने के लिए उन्होंने अब तक क्या किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से अब तक राजनीतिक हिंसा को रोकने, उसकी जांच और दोषियों को सजा दिलाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं, इस संबंध में एक रिपोर्ट देने को कहा है। गृह मंत्रालय ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लगातार हो रही हिंसा गंभीर चिंता का विषय है।
क्या है पूरा मामला
10 जून को पश्चिम बंगाल में कोलकाता के नील रत्न सरकार मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था। मौत से गुस्साए परिजन ने डॉक्टरों को अपशब्द कहे थे। जिसके बाद डॉक्टरों ने माफी मांगने को कहा था लेकिन बाद में मामला गर्मा गया और कुछ ही देर में भीड़ ने अस्पताल पर हथियारों सहित हमला कर दिया। इस हमले में दो जूनियर डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए थे और कई अन्य डॉक्टरों को भी चोट आई थी, जिसके बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे।