पंजाब में प्रधानमंत्री के रूट के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाई पावर तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। कमेटी इस बात की जांच करेगी कि प्रधानमंत्री के इस रूट के दौरान सुरक्षा को लेकर क्या-क्या खामियां रहीं और उसके लिए कौन जिम्मेदार है। कमेटी में प्रधानमंत्री कार्यालय के अंतर्गत आने वाली कैबिनेट सेक्रेटेरिएट के सचिव (सुरक्षा) सुधीर कुमार सक्सेना, केंद्रीय खुफिया ब्यूरो के संयुक्त निदेशक बलवीर सिंह और प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी के महा निरीक्षक एस सुरेश को मेंबर बनाया गया है। टीम को जल्द जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
बुधवार को पंजाब दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें फिरोजपुर के पास एक रैली को भी संबोधित करना था। ब मौसम खराब होने के कारण पीएम सड़क के रास्ते जाने लगे तो रास्ते में कथित प्रदर्शनकारियों द्वारा उनका रास्ता रोका गया। यह भी आरोप है कि पंजाब पुलिस द्वारा इस बाबत कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए जिसके चलते पीएमत्री की सुरक्षा खतरे में पड़ गई। उनका काफिला एक पुल पर लगभग 20 मिनट तक खड़ा रहा और इसके चलते कोई भी अनहोनी हो सकती थी। इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है, जिसके जवाब में पंजाब प्रशासन ने 3 सदस्य कमेटी बनाकर इस मामले की जांच करने के आदेश दिए थे।
इसके बाद एसपीजी और केंद्रीय खुफिया ब्यूरो ने भी अपने यहां इस मामले की आंतरिक जांच के आदेश दिए थे और अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर 3 सदस्य कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी को इस मामले में पूरी रिपोर्ट बनाकर जल्द से जल्द केंद्रीय गृह मंत्रालय को देने को कहा है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री के दौरे में सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी।