भारत में रह रही निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन के वीजा की अवधि एक साल के लिए बढ़ा दी गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तस्लीमा नसरीना के वीजा को बढ़ाया है।
गौरतलब है कि 1994 में तस्लीमा के उपन्यास 'लज्जा' को बांग्लादेश में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला करार दिया गया था। इसे बाद लेखिका को बांग्लादेश से निर्वासित कर दिया गया था। इसके बाद तस्लीमा ने 2004 में कोलकाता में शरण ली थी। तभी से तस्लीमा नसरीन भारत में रह रही हैं। उनके वीजा को समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है।
तस्लीमा नसरीन नारीवादी विषयों पर लिखती रही हैं। भारत में रहने के दौरान भी तस्लीमा चर्चा में बनी रहती हैं। वे ट्विटर पर काफी सक्रिया रहती है।
Home Ministry extends visa of exiled Bangladeshi author Taslima Nasreen by a year
— ANI (@ANI_news) June 20, 2017