एयर इंडिया में बतौर सुरक्षाकर्मी पिछले करीब 29 सालों से नौकरी कर रहे सुभाष को उनकी उल्लेखनीय ईमानदारी के लिए एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी ने 15 अगस्त के अवसर पर एक समारोह में बिना बारी के पदोन्नति देकर सम्मानित किया। सुभाष ने अपनी नौकरी के दौरान कई बार हवाई जहाज में यात्रियों द्वारा छोड़े गए मंहगे सामान और नकद रुपयों को बरामद कर पूरी ईमानदारी से उन्हें लौटाया है। हाल ही में 13 जून 2016 को हॉंगकॉंग से आए विमान की जांच के दौरान उन्होंने एक थैले में 5,06,820 रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा बरामद किया जो कि उनके सराहनीय प्रयासों के कारण उसके सही मालिक को मिल गया। ठीक इसी प्रकार 25 अगस्त 2003 को उन्होंने सऊदी अरब जाने वाले भोपाल के एक यात्री द्वारा भूलवश छोड़े गए सोने के जेवर बरामद कर उन्हें वापस लौटा दिया। इन सभी मामलों में उन यात्रियों को अपने सामान के खोने की जानकारी तब तक नही थी जब तक वे उन्हें लोटाए नहीं गए।
नौकरी में ईमानदारी के प्रदर्शन के अलावा सुभाष के पास और सराहनीय क्षमताए हैं। सुभाष एक विज्ञान स्नातक हैं और उन्होंने विमान सुरक्षा संबंधी कई कोर्स भी किया है जिसमें बेसिक एवीएसईसी, स्क्रीनर्स सर्टिफिकेशन एग्जाम शामिल है। साथ ही उन्होंने एयर इंडिया में अपने 28 साल और 10 महिने की नौकरी में लुधियाना, वाराणसी और दिल्ली में काम किया है। 15 अगस्त को एक समारोह में पुलिस महानिरिक्षक और कार्यकारी निदेशक सुरक्षा आलोक सिंह ने सुभाष चंद्र को सुरक्षा अधिकारी की पट्टी प्रदान की। एयर इंडिया के इतिहास में यह पहली घटना है जब किसी कर्मचारी को ईमानदारी के लिए बगैर बारी के पदोन्नति दी गई जिससे न सिर्फ अच्छे काम को बढ़ावा मिलेगा बल्कि अपने आपको बदलने के लिए अथक मेहनत कर रही सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रम एयर इंडिया के दूसरे कर्मचारियों के लिए रोल मॉडल साबित होगा।