वर्ष 2020 में शुरू हुई कोरोनावायरस महामारी से हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री प्रभावित होने के पश्चात हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री ने एक बार फिर रफ्तार दी है। महामारी के बाद इसमें फिर से तेजी आई है और माना जा रहा है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में करियर के बड़े पैमाने पर मौके बनेंगे। जैसे-जैसे दुनिया पटरी पर लौट रही है। सभी उद्योग पूरी तरह से पुनर्जीवित होने की कोशिश कर रहे हैं। आतिथ्य सत्काुर एक ऐसा फील्डप है जो निरंतर विकास और विस्तार का मार्ग प्रशस्ति करता रहा है। हालाँकि, इस महामारी के दौरान दूसरे इंडस्ट्रीर की तरह– एयरलाइंस, रेलवे, क्रूज जहाजों, ट्रैवल ऑपरेटरों और होटल सहित सभी लॉजिंग संगठन भी समान रूप से प्रभावित हुए। लेकिन खुशी की बात यह कि आतिथ्य उद्योग तमाम उतार-चढ़ावों के बावजूद तेजी से पटरी पर लौटने लगा है, क्योंकि लोग अब बडी तादाद में यात्रा करने लगे हैं, होटल आवास आदि का उपयोग भी कर रहे हैं।
लक्ष्य भारती इंटरनेशनल होटल मैनेजमेंट (एलबीआईएचएम) के डायरेक्टर डॉक्टटर कमल कुमार कहते हैं देश में 200 करोड से अधिक की वैक्सिन डोज लग चुकी है। ऐसा लग रहा है कि अब सब कुछ सामान्य हो जाएगा। इस सेक्टैर में रोजगार भी मिलेगा और स्वयरोजगार भी। कमल कुमार कहते हैं कि मेहमानों के स्वागत का तरीका बदल चुका है। केटरिंग, सर्विस के तरीके, कमरे की चाबी संभालाना, भुगतान, ऑर्डर लेना, खाना परोसना हर सर्विस को पूरी सुरक्षा के साथ करना सिखा रहे हैं। कमल कुमार कहते हैं आने वाले दिनों में इस इंडस्ट्री को सबसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है। अनुमान है कि वर्ष 2027 तक भारत में तीन करोड़ से भी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय पर्यटक पहुंचेंगे, जिसके चलते होटल और रेस्टोरेंट के क्षेत्र में करियर की संभावनाएं बढ़ेंगी।
कोरोना के बाद छात्रों को कांटेक्ट लेस हॉस्पिटेलिटी सर्विस देने का अभ्यास कराया जा रहा है। इसमें इम्युनिटी बढ़ाने वाले व्यंजनों की जानकारी, कॉन्टेक्ट लैस चेक इन से लेकर चेकआउट की जानकारी, हाउसकीपिंग, फ्रंट ऑफिस व कमरों में सैनिटाइजेशन भी सिखाया जा रहा है। केटरिंग, सर्विस के तरीके, कमरे की चाबी संभालाना, भुगतान, ऑर्डर लेना, खाना परोसना हर सर्विस को पूरी सुरक्षा के साथ करना सिखा रहे हैं। जैसे कॉफी कुकीज, गिलोय मॉकटेल्स, गुड़ की मिठाई, अदरक के मॉकटेल, राइसक्रीम बुले, अलसी पिज्जा बनाना सिखा रहे हैं। साथ ही कॉन्टेक्ट लेस ऑर्डर लेना, फूड एंड बेवरेज की सर्विस कैसे दी जाए, सिखाया जा रहा है।
जायकेदार खाना बनाने की कला के जरिए आप एक छोटे लोकल पब से लेकर फाइव स्टार या फिर इंटरनेशनल होटल में अपनी जगह बना सकते हैं। बस दिखाना है अपनी उंगलियों का कमाल, बनाना है ऐसा खाना की सामने वाला सिर्फ खाना ही नहीं बल्कि अपनी उंगलियां भी चाटते रह जाएं।