दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना से मौत को लेकर दिल्ली सरकार और विपक्ष लगातार आमने-सामने है। दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम के दिए गए मौत के आंकड़ों में काफी अंतर है। विपक्ष ने केजरीवाल सरकार पर मौत का आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाया है। वहीं, सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) सरकार विपक्ष के आरोप को झूठा करार दे रही है। दिल्ली सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 984 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई है लेकिन दिल्ली नगर निगम के मुताबिक 2098 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हो चुकी है।
आधिकारिक आंकड़ों के साथ असमानता के बारे में पूछे जाने पर, उत्तरी नगर निगम स्टैंडिग कमेटी के चेयरमैन जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार ने 16 मई को तीनों नागरिक निकायों को नोटिस जारी किया था क्योंकि डेटा बेमेल था। उन्होंने कहा, "17 मई को तीनों नागरिक निकायों के एमएचओ ने आंकड़े एकत्र किए और उनके साथ साझा किए, और तब से यह अंतर दोगुना हो गया है। मुझे नहीं पता कि दिल्ली सरकार सटीक मौत के आंकड़े क्यों जारी नहीं कर रही है।"
अंतिम संस्कार पर शवों के साथ लगी होती है पर्ची
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को एमसीडी सारे आंकड़े देने के लिए तैयार है। दक्षिणी दिल्ली में 1080 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई है और उत्तरी दिल्ली में 976 लोगों की मौत इस जानलेवा वायरस के कारण हुई है। पूर्वी दिल्ली में 42 लोगों की मौत कोविड-19 के संक्रमण से हुई है।
चेयरमेन जयप्रकाश ने कहा कि जहां पर शवों का अंतिम संस्कार होता है या उन्हें दफनाया जाता है, वहां अस्पतालों की तरफ से बताया जाता है कि कितने लोगों की मौत कोरोना वायरस की बीमारी से हुई है। वहां शवों के साथ पर्ची लगी हुई आती है और इससे साफ पता लग जाता है कि किनकी मृत्यु किस कारण से हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने सहयोग नहीं किया है और इसी कारण मौत के आधिकारिक आंकड़ों में अंतर देखा जा रहा है।
राज्यों के आंकड़ों पर तैयार होती है देशव्यापी रिपोर्टः स्वास्थ्य मंत्रालय
एमसीडी और राज्य सरकार के आंकड़ों में अंतर पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों के आंकड़ों के आधार पर देशव्यापी मौत की रिपोर्ट संकलित की जाती है। अगर राज्यों को 'डेथ ऑडिट' करने में एक या दो दिन और लगते हैं और इसके कारण संख्या में बदलाव होता है, तो, अगले 2-3 दिनों में संख्याओं का हिसाब किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक दिल्ली में 32810 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हो चुकी है। वहीं 12245 लोग इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में 384 लोगों ने इस बीमारी को मात दी है। राजधानी में फिलहाल कोरोना के 19581 संक्रिय मामले हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
बता दें कि दिल्ली सरकार के ऊपर पहले भी आधिकारिक आंकड़ों को सही तरीके से न बताने के आरोप लगते रहे हैं। पहले भी ये कहा जा रहा था कि दिल्ली में जितनी मौत कोरोना वायरस से हुई हैं उससे कहीं कम संख्या बताई जा रही है।