समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय वस्तुओं पर अमेरिका की ओर से लगाए गए नए शुल्क को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर बृहस्पतिवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि उसकी ‘असफल’ विदेश और आर्थिक नीतियों का खामियाजा निर्यातकों, श्रमिकों और कारीगरों को भुगतना पड़ रहा है।
यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि केंद्र को पहले से ही गंभीर रूप धारण कर चुकी बेरोजगारी की स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए छोटे, मध्यम और सूक्ष्म उद्योगों को समय पर सहायता और राहत देनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ”भाजपा सरकार की असफल विदेश व आर्थिक नीतियों का ख़ामियाज़ा निर्यातक, मज़दूर, कारीगर क्यों भुगतें। सरकार समय रहते सहायता व राहत दे नहीं तो पहले से विकराल बेरोजगारी की समस्या विकट रूप धारण कर लेगी। जब सरकार अरबपतियों पर मेहरबान हो सकती है तो लघु मध्यम व सूक्ष्म उद्योगों पर क्यों नहीं।”
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर व्यापारियों और निर्माताओं के हितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा, ”भाजपा जाए तो व्यापार वापस आए।” उन्होंने श्रमिकों की स्थिति पर आधारित एक खबर का वीडियो भी पोस्ट किया।
भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फैसला बुधवार को लागू हो गया। रूस से कच्चा तेल खरीदने का हवाला देते हुए भारत पर यह शुल्क लगाया गया है। ट्रंप ने समझौते पर बातचीत के लिए 21 दिन का समय दिया था जो मंगलवार को समाप्त हो गया।