खुशखबरी... बॉलीवुड ने हॉलीवुड म्यूजिकल जैसे 'साउंड ऑफ म्यूजिक' और 'सिंड्रेला' के गायक-अभिनेता प्रारूप की खोज कर ली है, जहाँ गायक और संगीतकार स्क्रीन पर अभिनेता के रूप में दिखाए जाते हैं, जो इस नए साल में सिनेमाई पटल पर एक नया नजरिया पेश करते हैं। आज के नजरिये से भारतीय परीकथा का अनुभव करें, जहां संगीत प्रकृति की महाकाव्य पृष्ठभूमि में विशेष कहानी बुनता है।
सौम्यजीत गांगुली द्वारा निर्देशित और बायोसिन प्रोडक्शन हाउस द्वारा निर्मित फिल्म 'हमसाज द म्यूजिकल' एक म्यूजिकल प्रोडक्शन है, जो तीन दोस्तों और उनके सफर की कहानी के साथ-साथ एक मधुर प्रेम—संबंध को भी बताता है। कहानी को शास्त्रीय धुनों पर आधारित 11 यादगार गानों के जरिये जीवंत किया गया है, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने की पूरी क्षमता रखते हैं। यानी, 'हमसाज़ द म्यूजिकल', संगीत और स्टोरी टेलिंग के एक ऐसे अनूठे मिश्रण के रूप में हिंदी सिनेप्रेमियों के बीच आती है, जैसा संभवत: पहले कभी नहीं देखा गया। इस अनूठी म्यूजिकल फिल्म से बहुमुखी प्रतिभा की धनी अन्वेषा ने अभिनय की दुनिया में कदम रखा है, जो इस फिल्म में संगीतकार, गीतकार, बैकग्राउंड म्यूजिक और मुख्य गायिका की भूमिकाएं भी निभा रही हैं। एक्टिंग की दुनिया में अन्वेषा के डेब्यू को भारतीय सिनेमा में एक अभूतपूर्व उपलब्धि भी कहा जा सकता है।
कहानीः फिल्म 'हमसाज द म्यूजिकल' तीन दोस्तों, खनक, जोया और निशा के इर्दगिर्द घूमती है, जो एक शांतिपूर्ण यात्रा पर निकलती हैं, लेकिन उनकी यात्रा में अप्रत्याशित मोड़ आते हैं। यात्रा के दौरान खनक की मुलाकात अचानक गुरुकुल के अपने एक पुराने परिचित लॉय से होती है, लेकिन दुर्भाग्य से लॉय उसे पहचानने से इनकार करता है। यहीं से कहानी में नया मोड़ आता है, जब मोहब्ब्त की चिंगारियां भड़क उठती हैं और प्यार की भावनाएं हिलोरें लेने लगती हैं। ये भावनाएं उन दोनों को रोमांस, अस्वीकृति और आत्म-खोज के डांस में उलझा देती हैं। लॉय के सहकर्मी अक्षय और उनकी गर्लफ्रेंड रूपाली, निशा और जोया के साथ मिलकर अपनी बातचीत के क्रम में और जटिलता जोड़ते हैं, जिससे 'हमसाज' आधुनिक रिश्तों की एक आकर्षक तलाश बन जाती है, जहां संगीत शब्दों से ज्यादा जोर से बोलता है। कहा जा सकता है कि यह फिल्म रिश्तों और संगीत के बीच मधुर संबंधों की तलाश करती है, या यूं कहें कि संबंधों की यह तलाश ही प्यार, आत्म-खोज और अनकही सच्चाइयों की यात्रा को आकार देता है।
रियल म्यूजिकलः परंपराओं को तोड़ते हुए, 'हमसाज द म्यूजिकल' में गायकों और अभिनेताओं की एक पूरी टीम है, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्राचीन और ख्यात विधा को दुबारा आकार देने के साथ फिल्मों में पारंपरिक प्लेबैक की परम्परा को कम करने का सायास प्रयास करती है। इस फिल्म में शान, अभय जोधपुरकर, प्रकृति और ध्रुपदी सहित कई बेहतरीन गायक हैं, जो इसके गहरे संगीतमय अनुभव को शानदार रूप से आगे बढ़ाते हैं। इसका गीत—संगीत कानों में मिश्री घोलते प्रतीत होते हैं और इसी के साथ श्रोता—दर्शक एक अनूठी संगीतमय यात्रा पर निकल पड़ते हैं। सोने पर सुहागा यह कि फिल्मफेयर अवॉर्ड (ईस्ट), मिर्ची म्यूजिक अवॉर्ड और दादा साहब फाल्के फिल्म फाउण्डेशन अवॉर्ड जैसी प्रशंसा प्राप्त प्रसिद्ध गायिका और संगीतकार अन्वेषा 'हमसाज' के साथ कलात्मक सीमाओं को अग्रसर करती रहती हैं। खासका आश्चर्यजनक प्राकृतिक पृष्ठभूमि तो इस फिल्म की आत्मा को पर्दे पर मानो साकार कर देती है। जंगल, पहाड़, झरने आदि के दृश्य दिलोदिमाग में कुछ इस कदर रच बस जाते हैं, लगता है जैसे हम किसी विशेष और प्राकृतिक पर्यटक स्थल की सैर कर रहे हों।
अभिनयः फिल्म में कोई नामचीन एक्टर नहीं है, जिसके दम पर कोई निर्माता—निर्देशक थियेटर में भीड़ जुटने और जुटाने की उम्मीद रखता है। अन्वेषा की तो एक्टिंग में यह डेब्यू फिल्म ही है, जबकि ध्रुपदी बनर्जी और प्रकृति दासगुप्ता भी फ्रेश अभिनेत्रियां हैं। लेकिन, इनके अभिनय में जो एनर्जी दिखती है, वह काबिलेतारीफ है। खासकर खनक की भूमिका में अन्वेषा ने जो जुनून दिखाया है, उसे शब्दों में नहीं बांधा जा सकता है, जबकि निशा और जोया की सहयोगी भूमिका में प्रकृति और ध्रुपदी ने भी अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय करने का हरसंभव प्रयास किया है। संगीतप्रेमी लॉय के रोल के किरदार में एमडी इकबाल भी प्रभावी हैं। अन्य सहयोगी भूमिकाओं में अशोक सिंह, तौसीफ आलम, प्रियंका रॉय, राजदीप मुखर्जी, कुमारजीत डे, साथी गांगुली आदि भी फिल्म का गति को बढ़ाने में हरसंभव योगदान देते हैं।
निष्कर्षः एक सम्मोहक कथा, लुभावने संगीत और एक आश्चर्यजनक प्राकृतिक पृष्ठभूमि के साथ 'हमसाज द म्यूजिकल' एक अविस्मरणीय सिनेमाई अनुभव होने का वादा करता है। अगर आप मनोरंजन की दुनिया के सभी पहलुओं को छूने की इच्छा रखते हैं, तो फिर यह फिल्म आपको निराश नहीं करेगी।
फिल्म : हमसाज द म्यूजिकल
रेटिंगः थ्री स्टार
निर्देशक : सौम्यजीत गांगुली
निर्माता : बायोसिन प्रोडक्शन हाउस
अभिनय: एमडी इकबाल, अन्वेषा, ध्रुपदी बनर्जी, प्रकृति दास गुप्ता, अशोक सिंह, तौसीफ आलम, प्रियंका रॉय, राजदीप मुखर्जी, कुमारजीत डे, साथी गांगुली आदि
कहानी, पटकथा और संवाद : अनीश मोहंती
संगीत : अन्वेशा
गीत : अन्वेशा और जॉयदेब मजूमदार