राजधानी दिल्ली के महरौली इलाके में अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा हत्याकांड मामले में आरोपित आफताब पुलिस को लगातार भटका रहा है। आफताब अमीन पूनावाला पूछताछ में पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा है। वह कभी कहता है कि श्रद्धा का मोबाइल फोन मुंबई में फेंका है तो कभी महरौली के नाले में फेंकने की बात कह रहा है। ऐसे में सच्चाई सामने लाने के लिए पुलिस ने दिल्ली की साकेत कोर्ट से आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत मांगी है। 18 नवंबर को कोर्ट तय करेगा कि नार्को टेस्ट किया जाएगा या नहीं।
इस संबंध में श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने न्यूज एजेंसी से कहा कि दिल्ली पुलिस को आभास हो गया था कि आफताब कभी झूठ बोलता है और कभी सच बोलता है। इसलिए उन्होंने नार्को टेस्ट के लिए आवेदन किया। मुझे लग रहा है कि मुझे न्याय मिलने वाला है। अगर उसने अपराध किया है तो उसे फांसी दी जानी चाहिए। मैंने हमेशा महसूस किया कि वह झूठ बोल रहा है, मैंने मुंबई और दिल्ली पुलिस को इस बारे में बताया था।
Delhi Police realised that Aftab sometimes lies & sometimes speaks truth. So, they applied for Narco test. I feel I'm about to get justice. If he has done crime, he should be hanged.I always felt he's lying,I had told Mumbai & Delhi Police: Vikas Walker, Shraddha's father, to ANI
— ANI (@ANI) November 17, 2022
विकास वालकर ने कहा कि आफताब शातिर है और पिछले 5-6 महीने में सबूत मिटा चुका है। ऐसे में पुलिस को सच्चाई सामने लाने में थोड़ी दिक्कत होगी। मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक आफताब को मौत की सजा नहीं दी जाती।
श्रद्धा वालकर की 18 मई को कथित तौर पर 28 वर्षीय आफताब पूनावाला ने हत्या कर दी थी, जिस पर महरौली के जंगल में उसके शरीर को काटने और टुकड़ों को बिखेरने का आरोप है। इस मामले में वालकर के पिता की शिकायत पर 10 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई। फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, रोहिणी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, डीएनए विश्लेषण में दो सप्ताह लगने वाले हैं क्योंकि नमूने बहुत पुराने हैं। अधिकारी ने बताया, “यह आसान नहीं है क्योंकि जैविक नमूनों की स्थिति संदिग्ध है और हम यह नहीं कह सकते कि कितनी जीवित कोशिकाएं मिलेंगी। हम अभी भी जांच दल से नमूने ले रहे हैं।”