दुनिया के सबसे बड़े खाद सहकारी निर्माता इफको ने 50 साल का सफर पूरा कर लिया है। गुजरात के कलोल स्थित अपने सबसे पुराने संयंत्र में इफको ने इसका जश्न मनाया। कार्यक्रम के दौरान इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यू.एस. अवस्थी ने किसानों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इफको ने ‘भारतीय सहकारिता डिजिटल मंच’ नाम से एक डिजिटल पहल की है। 2.5 करोड़ किसान और सहकारिता से जुड़े लोग फिलहाल इसके सदस्य हैं। देश के पूरे सहकारी और किसान समुदाय को इससे जोड़ने की योजना है। इस पोर्टल का मकसद किसानों, ग्राहकों, इफको और इससे जुड़ी तथा पूरक कंपनियों के बीच संवाद और व्यापार का डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करना है। डॉ. अवस्थी ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म किसानों को बहुत अधिकार देता है। उचित मूल्य पर खरीद और बिक्री की उनकी क्षमता को बढ़ाता है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने देशभर के लगभग 125 स्थानों की यात्रा की। 1,36,000 किमी की यात्रा में 2 लाख से अधिक किसानों से स्वयं मिला। यह किसानों को गले लगाने का समय है। उन्हें यह दिखाने का अवसर मिलना चाहिए कि वे अपने आप में संपूर्ण हैं। हमने चौबीसों घंटे, सातों दिन चलने वाला एक कॉल सेंटर शुरू किया है, जो भाषाई बाधा से इतर 12 भाषाओं में किसानों को सहयोग प्रदान करता है।’
इफको ने किसानों और उनके परिवारों के लिए ‘इफकाेयुवा’ नाम से एक अन्य मंच बनाया। यह मंच विशेष रूप से किसानों के बच्चों के लिए है, जो उन्हें आवश्यक कुशलताएं अर्जित करने का अवसर देता है। शिक्षित करता है और रोजगार के इच्छुक युवाओं को नियोक्ताओं से जोड़ता है। इफको ने ग्रामीण हेल्थ स्टार्टअप के साथ मिलकर ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यक्रम भी शुरू किया है। यह किसानों और उनके परिवारों के लिए स्वास्थ्य, समृद्धि और शिक्षा सुनिश्चित करता है।
इस मौके पर इफको ने सहकारिता आंदोलन में योगदान के लिए ज्योतिंद्रभाई एम मेहता को सहकारिता रत्न और रमेश वैद्य को सहकारिता बंधु पुरस्कार से सम्मानित किया। स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित करते हुए इफको के चेयरमैन बलविंदर सिंह नकाई ने कहा, ‘1967 में, हमने 57 सहकारिता समितियों से शुरूआत की और आज लगभग 36,000 समितियों के साथ हम लगभग पांच करोड़ किसानों से जुड़े हैं। लगातार उनका जीवन बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं। देश के सभी गांवों से जुड़ने के साथ-साथ हमने अपनी वैश्विक पैठ भी बढ़ाई है। इसके बलबूते आज इफको ऐसा संगठन बन गया है जो किसानों का, किसानों द्वारा और किसानों के लिए है।’
कार्यक्रम में फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएआइ), इंटरनेशनल फर्टिलाइजर एसोसिएशन (आइएफए), इंटरनेशनल कोऑपरेटिव एलायंस (आइसीए) के अलावा मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक केनिची आयुकावा, मित्सुबिशी कॉर्पोरेशन इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक इसुके शियोजाकी, टोकियो मरीन होल्डिंग्स के प्रेसिडेंट एवं समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी त्सुयोशी नगानो और एरियल गुआर्को (आइसीए) भी मौजूद थे।