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पाकिस्तान की सियासत: इमरान खान की पार्टी ने 'विदेशी साजिश' की संसदीय जांच कराने का किया विरोध

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने मंगलवार को...
पाकिस्तान की सियासत: इमरान खान की पार्टी ने 'विदेशी साजिश' की संसदीय जांच कराने का किया विरोध

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने मंगलवार को बड़ी घोषणा की है। पीटीआई ने कहा है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति की किसी भी बैठक का बहिष्कार करेगी। इस दौरान इमरान खान की पार्टी ने अपनी सरकार गिराने में विदेशी साजिश होने का दावा किया। इस दौरान पार्टी ने मांग की देश का सर्वोच्च न्यायालय मामले पर एक जांच आयोग का गठन करे।

अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीटीआई की राजनीतिक समिति की एक बैठक के बाद यह फैसला किया गया। इस बैठक में जल्द से जल्द आम चुनाव कराने का आह्वान किया गया। साथ ही पार्टी के समर्थन आधार को जुटाने के लिए कई रैलियों की घोषणा भी की गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक की अध्यक्षता पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने की। इस बैठक में पार्टी के सभी प्रांतीय अध्यक्षों, महासचिव असद उमर, उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी और फवाद चौधरी और परवेज खट्टक सहित अन्य नेताओं ने भाग लिया।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के कुछ समय बाद शहबाज शरीफ ने सोमवार को नेशनल असेंबली में अपने उद्घाटन भाषण में इमरान खान की सरकार को गिराने के लिए 'विदेशी साजिश' की संसदीय जांच की घोषणा की थी। साथ ही आरोप साबित होने के लिए सबूतों का एक टुकड़ा भी मिलने पर उन्होंने इस्तीफा देने की पेशकश भी की थी।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता डॉ फारुख हबीब ने कहा है कि अगले हफ्ते लाहौर में एक पीटीआई एक रैली करेगी। जिसमें वह एक बड़ा कदम उठाने के बारे में घोषणा करेगी। उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल को कराची में मजार-ए-कायद से सटे मैदान में एक रैली होगी और 23 तारीख को लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में एक रैली होगी।

हबीब ने आगे कहा कि इन रैलियों में, हम इस बात पर जोर देंगे कि आयातित सरकार नहीं स्वीकार्य है। उन्होंने आगे कहा कि लाहौर में जनसभा के दौरान एक आश्चर्यजनक कदम उठाने के बारे में घोषणा की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि हम रविवार को डिप्टी स्पीकर के फैसले के बाद जो हुआ, हम उससे बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। हमने पहले ही विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है और अब देश के लोगों को अपने नए जन प्रतिनिधियों को चुनने का मौका मिलना चाहिए।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा सरकार गिराने की 'विदेशी साजिश' के आरोप की संसदीय जांच कराए जाने की बात का विरोध करते हुए फारूख हबीब ने कहा कि शहबाज शरीफ भी इस साजिश में संलिप्त थे।

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