Advertisement

शशिकला और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर फिर आयकर का छापा

आयकर विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात एक बार फिर एआइएडीएमके की नेता वीके शशिकला और उनके...
शशिकला और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर फिर आयकर का छापा

आयकर विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात एक बार फिर एआइएडीएमके की नेता वीके शशिकला और उनके रिश्तेदारों की ‌ठिकानों पर छापेमारी की। विभाग ने पहले तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के आवास पोएस गार्डन में छापेमारी की। इसके बाद टीम ने दिवंगत मुख्यमंत्री की नजदीकी सहयोगी एवं अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की निलंबित नेता वी.के शशिकला के आवास के अलावा विभिन्न व्यावसायिक ठिकानों की भी तलाशी ली। विभाग के अधिकारियों ने वीके शशिकला के नजदीकी पारिवारिक सदस्यों के ठिकानों की भी तलाशी ली।

ऐसी आंशका थी कि छापेमारी के दौरान शशिकला के समर्थक विरोध कर सकते हैं, इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। छापेमारी की खबर का पता चलने पर अन्नाद्रमुक के समर्थकों ने सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल ने उनको अंदर नहीं जाने दिया।  

आयकर अधिकारियों ने इस खबर की जानकारी देते हुए बताया कि तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के आवास पोएस गार्डन के एक हिस्से पर छापा मारा। आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक दफ्तर और दो कमरों की तलाशी ली गई। इनमें से एक कमरे का इस्तेमाल अन्नाद्रमुक की बर्खास्त महासचिव वीके शशिकला करती थीं।

अधिकारी ने बताया कि हमने पोएस गार्डन के पूरे परिसर की तलाशी नहीं ली है। सिर्फ पूनगुंद्रन के कमरे, रिकॉर्ड रूम और शशिकला के कमरे पर छापेमारी की गई है। पूनगुंद्रन दिवंगत जयललिता के सहायक थे। यह छापेमारी कई शहरों में शशिकला और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ जारी तलाशी के तहत की गई है।

शशिकला के कुछ समर्थक आयकर विभाग की छापेमारी का विरोध करने के लिए पोस गार्डन के नजदीक जुटे थे। इन्‍होंने नारेबाजी भी की। लेकिन पुलिस ने स्थिति को बेकाबू नहीं होने दिया और विरोध कर रहे कई समर्थकों को हिरासत में ले लिया।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही आयकर विभाग ने शशिकला के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान विभाग ने देशभर में शशिकला के 187 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसको शशिकला के समर्थकों ने आईटी की इस कार्रवाई को राजनीतिक षडयंत्र करार दिया था।

 



 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad