भारत की जनता का भरोसा अब अपनी सरकार से घटता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल, ये बात दावोस समिट में जारी हुए सालाना ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स के आंकड़ों में सामने आई है। हालांकि, 2 पायदान खिसकने के बावजूद भारत अब भी टॉप 3 देशों में बना हुआ है। पिछले साल इस सर्वे में भारत की रैंकिंग टॉप पर थी, लेकिन इस बार यह रैंकिंक तीसरे नंबर पर आ पहुंची।
इस रैंकिंग में टॉप पर चीन और दूसरे नंबर पर इंडोनेशिया है। कम्युनिकेशन मार्केटिंग फर्म ईडलमैन की ओर से जारी किए गए ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स के मुताबिक, इस साल चीन 7 प्वॉइंट्स के उछाल के बाद 74 स्कोर लेकर टॉप पर है। पिछले साल चीन 67 प्वॉइंट्स के साथ तीसरे नंबर पर था।
वहीं, पिछले साल भारत 72 प्वॉइंट्स के साथ टॉप पर था, जबकि इस साल 4 प्वॉइंट्स खिसकर 68 स्कोर के साथ तीसरे नंबर पर आ गया है। ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स में अमेरिका को सबसे ज्यादा 9 अंकों का नुकसान उठाना पड़ा है।
पिछले एक साल की तुलना में सरकार, मीडिया, एनजीओ और बिजनेस को मिलाकर भारत की ट्रस्ट रेटिंग देखी जाए, तो इसमें 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, इसके बाद भी भारत 60-100 के ट्रस्ट बैंड के बीच में है। भारत में मीडिया का स्कोर इस साल सबसे कम 61 रहा। पिछले साल से इस साल का स्कोर 5 प्वॉइंट कम है।
बता दें कि ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स ने अपनी हर साल जारी की जाने वाली वार्षिक रिपोर्ट पेश की, जिसमें यह बात सामने आई। इस बार ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स में भारत दूसरी बार उन टॉप तीन देशों में शामिल है। जिनकी जनता अपने देश की सरकारों पर भरोसा करती हैं।