पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक मेहुल चोकसी के एंटीगुआ में होने की पुष्टि पहले ही हो चुकी है। अब भारत ने एंटीगुआ से आग्रह किया है कि वह उसे गिरफ्तार करें और भारत को सौंपने की प्रक्रिया शुरू करें।
सीबीआई ने एंटीगुआ सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि चोकसी की गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस की जरूरत नहीं है। दरअसल, अब तक एंटीगुआ ये कहता आ रहा था कि उसके पास चोकसी की गिरफ्तारी के लिए जरूरी रेड कॉर्नर नहीं है। इसीलिए सीबीआई ने एंटीगुआ सरकार से कहा है कि इस मामले में रेड कॉर्नर की जरूरत नहीं, क्योंकि आरोपी की लोकेशन का पहले से पता है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के जरिए भेजे गए पत्र में सीबीआई ने कहा 'मेहुल चोकसी की लोकेशन और नागरिकता का पता चल चुका है। ऐसे में उसे गिरफ्तार कर भारत भेजने के लिए प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की जाए।'
इस मामले में जांच एजेंसियों की लापरवाही से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) नाराज है। प्रधानमंत्री कार्यालय की नाराजगी के चलते जांच एजेंसियो में हडकंप मचा हुआ है। इसी के कारण सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (सीबीआई) ने एंटिगुआ सरकार पर गिरफ्तारी का दबाव बनाया है।
रेड कार्नर नोटिस जरूरी नहीं
भारत की ओर से एंटीगुआ से आग्रह किया गया है कि वह उसे गिरफ्तार करें और भारत को सौंपने की प्रक्रिया शुरू करें। भारतीय एजेंसियों की ओर से कहा गया है कि मेहुल चोकसी को गिरफ्तार करने या फिर उसे भारत को सौंपने के लिए किसी तरह के रेड कॉर्नर नोटिस की जरूरत नहीं है। ऐसे में ये वाजिब होगा कि उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।
सीबीआई ने एंटिगुआ प्रशासन को भेजा पत्र
इस सिलसिले में विदेश मंत्रालय के जरिए सीबीआई ने एंटिगुआ प्रशासन को पत्र भेजा है। वहीं, कुछ ही समय पहले एंटीगुआ की सरकार ने इस बात की पुष्टि की थी कि मेहुल चोकसी उनके देश में ही है और उसे वहां की नागरिकता भी मिल चुकी है।
जानें पूरा मामला
लगभग 13 हजार करोड़ के पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं। ये मामला सामने आने के बाद से ही नीरव मोदी और मेहुल दोनों ही फरार चल रहे हैं। नीरव के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है, जबकि मेहुल के खिलाफ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया चल रही है।
मेहुल चोकसी को कई बार भारतीय एजेंसियों द्वारा समन जारी किया जा चुका है। हालांकि, हर बार उसने भारत आने में असमर्थता जाहिर की है। चोकसी ने कहा है कि अगर वह भारत आता है, तो उसके साथ लिंचिंग हो सकती है।