जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नागरिकों को राष्ट्रीय ध्वज को और ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास करना चाहिए और इसकी गरिमा बनाए रखने में अपना योगदान देना चाहिए।
अब्दुल्ला ने यहां एक तिरंगा रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह जरूरी नहीं है कि हमें किसी काम के लिए बड़ी संख्या में लोगों की जरूरत हो। हम सभी राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान और गरिमा को बनाए रखने में अपना योगदान दे सकते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज फहराना केवल आधिकारिक समारोहों तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें राष्ट्रीय ध्वज को और ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास करना चाहिए तथा उन लोगों के पदचिह्नों पर चलना चाहिए जिन्होंने इस ध्वज के सम्मान को बनाए रखने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है।’’
अब्दुल्ला ने कहा कि जब लोग सही काम करना चाहते हैं तो उन्हें अकेले होने पर निराश नहीं होना चाहिए। उन्होंने हा, ‘‘कुछ साल पहले राष्ट्रीय ध्वज केवल सरकारी इमारतों और निर्धारित आधिकारिक समारोहों में ही फहराया जा सकता था लेकिन एक व्यक्ति ने अपने परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अधिकार पाने के लिए अदालत का रुख किया। इसके बाद सरकार को कानून बदलना पड़ा और अब हम हर घर पर तिरंगा फहरा सकते हैं।’’