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भारत को करतारपुर गुरुद्वारा तीर्थयात्रा में गड़बड़ी की आशंका, पाकिस्तान को डोजियर सौंपे

पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में दर्शन के लिए भारत से रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को बिना वीजा...
भारत को करतारपुर गुरुद्वारा तीर्थयात्रा में गड़बड़ी की आशंका, पाकिस्तान को डोजियर सौंपे

पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में दर्शन के लिए भारत से रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को बिना वीजा प्रवेश पर उसने सहमति दे दी है। लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने वाली इस पहल में कुछ लोगों और संगठनों द्वारा गड़बड़ी पैदा किए जाने को लेकर भारत ने गंभीर चिंता जता है और इसके संबंध में डोजियर भी सौंपे है। हालांकि पाकिस्तान ने भरोसा दिलाया है कि वह भारत विरोधी गतिविधियों को अनुमति नहीं देगा।

पाकिस्तान ने माना- गोपाल चावला को हटाया गया

करतार प्रोजेक्ट को लेकर दूसरे दौर की बैठक के बाद गृह मंत्री के संयुक्त सचिव एस. सी. एल. दास ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने पुष्ट की है कि विवादास्पद सिख नेता गोपाल सिंह चावला को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव को हटाया गया है और दूसरे संगठनों से भी उसे हटाया गया है। भारत ने प्रोजेक्ट के लिए गठित कमेटी में खालिस्तानी अलगाववादी नेताओं की मौजूदगी पर गंभीर चिंता जताई थी।

पांच हजार श्रद्धालु रोजाना जा सकेंगे करतारपुर साहिब

भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर को लेकर दूसरी द्विपक्षीय वार्ता रविवार को हुई। इसके लिए दोनों देशों के 20-20 अफसर वाघा बॉर्डर पहुंचे। इसमें कॉरिडोर पर जारी गतिरोध दूर करने की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में भारत ने पाकिस्तान के सामने श्रद्धालुओं के लिए एक साल तक वीजा मुक्त यात्रा की मांग रखी, जिसे पाकिस्तान ने सैद्धांतिक रूप से मान लिया है। साथ ही रोजाना 5,000 श्रद्धालुओं के गुरुद्वारे में दर्शन पर भी पाक सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गया है।

पुल के निर्माण के लिए सहमत पाकिस्तान

बैठक के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की ओर से बनाए जा रहे पुल का विवरण साझा किया गया और पाकिस्तान से उनकी तरफ से पुल बनाने का आग्रह किया गया है। यह बाढ़ संबंधी चिंताओं को दूर करेगा और तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करेगा। पाकिस्तान जल्द पुल निर्माण करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत है।

रोजाना 5,000 श्रद्धालु रोजाना जा सकेंगे गुरुद्वारा

गुरु नानक देव जी की 550 वीं जयंती के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए पाकिस्तान ने भारत को नवंबर 2019 में गलियारे को चालू करने के लिए अंतरिम व्यवस्था करने की पेशकश की। भारत ने पाकिस्तान से मांग की कि 10,000 अतिरिक्त तीर्थयात्रियों को विशेष अवसरों पर जाने की अनुमति दी जाए। साथ ही, भारत ने पाकिस्तान से कहा कि केवल भारतीय नागरिकों को ही नहीं, बल्कि ओसीआई कार्ड रखने वाले भारतीय मूल (PIO) के व्यक्तियों को भी करतारपुर कॉरिडोर सुविधा का उपयोग करने की अनुमति दी जानी चाहिए। साथ ही भारत ने पाकिस्तान से मांग की कि रोजाना 5,000 श्रद्धालुओं को गुरुद्वारे में दर्शन करने की दी जाए अनुमति दी जाए। इस पर भी पाकिस्तान सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गया है। पहले उसने 700 श्रद्धालुओं की बात कही थी।

हो सकती है एक और बैठक: पाकिस्तान

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉक्टर मोहम्मद फैसल ने कहा कि 80 फीसदी से ज्यादा बातों पर सहमति बन गई है। कुछ लंबित मुद्दों को लेकर एक बैठक और हो सकती है। बैठक से पहले फैसल ने कहा कि पाकिस्तान इस कॉरिडोर के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। गुरुद्वारा का 70 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है।

दूसरे दौर की वार्ता

मोदी सरकार की सत्ता में वापसी के बाद यह पहली और अब तक पाकिस्तान के साथ दूसरे दौर की वार्ता है। इससे पहले 14 मार्च को दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने ड्राफ्ट एग्रीमेंट को अंतिम रूप दिया था। भारत कॉरिडोर के निर्माण पर 500 करोड़ रुपए खर्च करेगा। इसके जरिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हाईटेक सिक्युरिटी, सर्विलांस सिस्टम, 5000 से लेकर 10 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने के इंतजाम किए जाएंगे।

करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की तारीख तय है। इसे 22 नवंबर को होने वाली गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले शुरू होना है लेकिन तैयारियां अभी भी बाकी हैं। हिन्दुस्तान ने अपने हिस्से के काम को तेजी से निपटाया है, लेकिन पाकिस्तान राह में रोड़े अटका रहा है। इन्हीं बाधाओं को दूर करने के लिए दोनों देशों में आज फिर वाघा बॉर्डर पर बैठक हुई।

खालिस्तान समर्थकों पर नाराजगी

बैठक से ठीक पहले पाकिस्तान ने खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला को वहां के सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से हटा दिया। इसे कूटनीतिक दबाव का बड़ा असर माना जा रहा है। पहले दौर की बातचीत में भारत ने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी। गोपाल सिंह चावला करतारपुर कॉरिडोर की वार्ता कमेटी का भी सदस्य था।

चावला के अलावा खालिस्तानी मूवमेंट को हवा देने वाले मनिंदर सिंह, तारा सिंह, बिशन सिंह और कुलजीत सिंह जैसे नाम थे लेकिन बैठक से ठीक पहले जब पाकिस्तान ने सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की नई लिस्ट जारी की तो उसमें भी खालिस्तानी समर्थकों को तवज्जो दी गई। खालिस्तान समर्थक बिशन सिंह के बदले उसके भाई अमीर सिंह को कमेटी में डाल दिया गया है और वो भी खालिस्तान समर्थक बताया जा रहा है।

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