भारत में नए साल के पहले ही दिन 69,944 नवजातों का जन्म हुआ। यह संख्या दुनिया में सर्वाधिक है। इस कड़ी में चीन दूसरे नंबर रहा, जहां 44,940 नवजात दुनिया में आए। संयुक्त राष्ट्र बाल आपात कोष (यूनीसेफ) की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। नाइजीरिया में 1 जनवरी, 2019 को 25,685 बच्चों के जन्म लेने की जानकारी दी गई है।
बाल अधिकारों से संबंधित प्रस्ताव को अपनाने की 2019 में 30वीं वर्षगांठ है। इस मौके पर यूनिसेफ पूरे वर्ष दुनिया भर में कार्यकम आयोजित करेगा। इस संधि के तहत सरकारें प्रत्येक बच्चे को अच्छी स्वास्थ्य सेवा व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति वचनबद्ध है।
जानें कहां कितने बच्चों का हुआ जन्म
यूनीसेफ की रिपोर्ट में पाकिस्तान, इंडोनेशिया, यूएस, डीआर कांगो, बांग्लादेश, इथियोपिया और ब्राजील की भी जानकारी है, जिसमें 1 जनवरी को होने वाले बच्चों की संख्या का अनुमान बताया गया है।
-3,95,072 बच्चे विश्व भर में जन्मे
-98,768 बच्चे दक्षिण एशिया में
-15,112 बच्चे पाकिस्तान में
-8,428 का जन्म बांग्लादेश में
-18 फीसद बच्चे भारत में जन्मे
क्या बोले यूनीसेफ के डिप्टी कार्यकारी निदेशक
यूनीसेफ के डिप्टी कार्यकारी निदेशक पेट्री गोरनित्जका ने कहा, 'नए साल के पहले दिन हम सब संकल्प लें कि प्रत्येक बच्चे के जीने के अधिकार का संरक्षण हो। यदि हम स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण व उन्हें सशक्त बनाने में निवेश करें तो प्रत्येक नवजात का जन्म सुरक्षित हाथों में हो सकता है।'
2017 में 10 लाख बच्चों की जन्म के पहले दिन ही मौत
यूनिसेफ के अनुसार, 2017 में करीब 10 लाख बच्चे जन्म के पहले दिन ही काल कवलित हो गए थे और करीब 25 लाख ने जन्म के पहले माह में दम तोड़ दिया था। इन बच्चों में अधिकांश की मौत समय पूर्व जन्म, प्रसूति के दौरान आकस्मिक घटना, संक्रमण, निमोनिया जैसे टाले जा सकने वाले कारणों की वजह से हुई थीं। इससे उनके जीने के मूलभूत अधिकार का हनन हुआ।