मंगलवार को यानी आज भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने लखनऊ से मात्र 70 किलोमीटर दूर लखनऊ-आगरा एक्सप्रस-वे पर उड़ान भरनी शुरु कर दी है। एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग भारतीय वायुसेना के इतिहास में दर्ज होगी क्योंकि मंगलवार को भारतीय वायुसेना की 85वीं सालगिरह है। इस एक्सप्रस-वे पर युद्ध जैसे इस नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से लोग इकट्ठा हुए हैं। ऐसा पहली बार है जब उन्नाव के पास बांगरमऊ हाइवे पर 16 विमानों ने हाइवे पर टच डाउन किया है।
मंगलवार सुबह 10 बजे दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक विमान हरक्युलिस सी-130 ने लैंड किया। इस विमान के लैंड करते ही गरुड़ कमांडो उतरे और उन्होंने पूरे एक्सप्रेस-वे को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद एक के बाद एक वायुसेना के फाइटर जेट एक्सप्रेस-वे पर टच डाउन करने लगे।
इस लिस्ट में सबसे पहला फाइटर जेट जगुआर रहा। यह वायुसेना का बम वर्षक विमान है जो एक बार 4000 किलो से ज्यादा का वजन ले जाने में सक्षम है। इस दौरान एक के बाद एक तीन जगुआर फाइटर जेट ने टच डाउन किया। इसके बाद वायुसेना के मिराज 2000 ने टच डाउन किया। यह जगुआर के मुकाबले हल्का फाइटर जेट है।
यहां देखें लड़ाकू विमानों ने किस तरह की लैंडिंग-
मंगलवार को भारतीय वायुसेना की 85वीं सालगिरह पर लखनऊ-आगरा एक्सप्रस-वे पर सबसे पहले कैरियर एयरक्राफ्ट सुपर हरक्युलिस की लैंडिंग हुई...
लखनऊ-आगरा एक्सप्रस-वे पर टच डाउन करता दूसरा विमान...
एक्सप्रस-वे पर युद्ध जैसे इस नजारे को देखने के लिए दूर-दूर से इकट्ठा हुए लोग...
इस मौके पर उन्नाव के निकट फ्लाई पास्ट करते भारतीय वायुसेना के सुखोई लड़ाकू जेट विमान...
किस फाइटर प्लेन ने कहां से भ्ारी उड़ान
हरक्युलिस ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी। एक्सप्रेस वे पर लैंडिंग के बाद इसमें से गरुड़ कमांडो उतरे। गोरखपुर एयरबेस से उड़ान भरने वाले तीन जगुआर एक्सप्रेस-वे पर उतरे। जबकि मिराज ने ग्वालियर बेस से उड़ान भरी थी। सुखोई-30MKI ने बरेली से उड़ान भरी। एक्सरसाइज के आखिर में गरुड़ कमांडो को एक्सप्रेस-वे से लेकर जाने का जिम्मा हरक्युलिस सी-130 का थ्ाा।
जानिए भारतीय वायुसेना क्यों कर रही है ये ड्रिल?
साल 1965 के युद्ध में पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने ताबड़तोड़ बमबारी कर भारत के कई एयरबेस को तहस-नहस कर दिया था। ऐसे में भारतीय वायुसेना को अपने ऑपरेशन में काफी दिक्कत आई थी। मॉर्डन वॉरफेयर में एयरबेस के साथ-साथ लड़ाकू विमानों को जमीन पर उतारने के लिए खास तरह के एक्सप्रेस-वे और हाईवे को ही लैंडिग ग्राउंड की तरह इस्तेमाल किया जाता है इसीलिए भारतीय वायुसेना इस तरह की ड्रिल कर रही है।
भारत में पहली बार 2015 में मिराज विमानों ने की थी एक्सप्रेस-वे पर लैंडिंग
भारत में ये तीसरी बार है कि वायुसेना के लड़ाकू विमान किसी एक्सप्रेस-वे पर टच डाउन कर रहे हैं। इससे पहले भी एक बार लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमान टच डाउन कर चुके हैं। जबकि देश्ा में सबसे पहले मई 2015 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा के करीब मिराज विमानों ने लैंडिंग की थी।
सुरक्षा व्यवस्था चौकस
अभ्यास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए चार अपर पुलिस अधीक्षक, एक दर्जन पुलिस क्षेत्राधिकारी, 150 उप निरीक्षक व निरीक्षक, 200 दरोगा व 1,000 सिपाही लगाए गए। इससे पहले वायुसेना अफसरों संग डीएम व एसपी ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और फ्लाइ पास्ट की यहां देखें वीडियो-
#WATCH Indian Air Force aircraft on Lucknow-Agra expressway during IAF landing exercise pic.twitter.com/5hF9liTBcH
— ANI UP (@ANINewsUP) October 24, 2017
#WATCH 2 IAF Sukhoi fighter jet aircraft carry out flypast during IAF's landing exercise pic.twitter.com/3Y8TY1cthu
— ANI UP (@ANINewsUP) October 24, 2017