दिल्ली पुलिस ने 2008 में हुए बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद फरार इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकी आरिज खान उर्फ जुनैद को गिरफ्तार कर लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 32 वर्षीय आरिज को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारत-नेपाल सीमा पर बनवासा में मंगलवार की शाम पकड़ा है। इसके सिर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
Delhi: Indian Mujahideen terrorist Ariz Khan alias Junaid who was involved in 5 bomb blast cases arrested by Delhi Police Special Cell. pic.twitter.com/dqdZYQYMTB
— ANI (@ANI) February 14, 2018
आरिज 19 सितंबर 2008 को दिल्ली के जामिया नगर इलाके में स्थित बाटला हाउस में चार लोगों के साथ मौजूद था। यहां हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे और एक पकड़ा गया था। इस दौरान आरिज खान वहां से भागने में कामयाब हो गया था। वह दिल्ली में हुए पांच विस्फोटों में भी शामिल रहा था। आरिज उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है। उसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और पुलिस को कई केसों में उसकी तलाश थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि आरिज 2008 में हुए दिल्ली के सीरियल धमाकों में भी शामिल था। वह साजिश करने, बम बनाने और इन्हें चलाने में माहिर था। कुशवाहा के अनुसार वह बाटला हाउस एंनकाउंटर में मारे गए आतिफ अमीन का सहयोगी था। उसकी 2007 के यूपी धमाके, 2008 में जयपुर के सीरियल धमाकों और 2008 के अहमदाबाद धमाके में भी वांछित था।
बटाला हाउस एनकाउंटर के बाद आरिज कुछ दिनों तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में रहा। इसके बाद वह नेपाल चला गया और फर्जी कागजात के आधार पर वहां की नागरिकता भी हासिल कर ली। यहां उसने सलीम खान के नाम से पासपोर्ट भी बना लिया।
वह 2014 तक नेपाल में रहा। यहीं रहने के दौरान उसका संपर्क रियाज भटकल से हुआ जिसने उसे दम्मान (सऊदी अरब) जाने के लिए प्रेरित किया। यहां जाने का मकसद इंडियन मुजाहिदीन को फिर से खड़ा करने के लिए पैसे का इंतजाम करना था।
सितबंर 2014 में वह सऊदी अरब चला गया और वहां आइएम और सिमी से सहानूभूति रखने वालों से मिला। सऊदी अरब से लौटने के बाद वह कई बार आइएम को फिर से खड़ा करने के मकसद से भारत आया। जब उत्तर प्रदेश में वह अपने किसी परिचित से मिलने जा रहा था तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बाटला हाउस मुठभेड़ में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा शहीद हो गए थे। वह पुलिस ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे थे। जुलाई 2013 में बाटला हाउस मुठभेड़ केस में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी शहजाद अहमद को एक ट्रायल कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इस फैसले के खिलाफ शहजाद की अपील अभी हाइकोर्ट में लंबित है।