राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी को 20वीं सदी की महत्वपूर्ण हस्ती बताया। उन्होंने का कि भारत के लोगों के लिए अभी भी इंदिरा गांधी सबसे ज्यादा स्वीकार्य शासक या प्रधानमंत्री हैं।
मुखर्जी ने इंदिरा गांधी के कार्यों पर आधारित एक किताब का विमोचन किया। इस किताब का नाम 'इंडियाज इंदिरा- ए सेंटेनियल ट्रिब्यूट' है। इस किताब की प्रस्तावना कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लिखी है।
हार से हतोत्साहित मत हो
राष्ट्रपति मुखर्जी ने अतीत को याद करते हुए कहा, '1977 में कांग्रेस हार गयी थी। मैं उस समय कनिष्ठ मंत्री था। उन्होंने मुझसे कहा था कि प्रणब, हार से हतोत्साहित मत हो। यह काम करने का वक्त है और उन्होंने काम किया।' कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुखर्जी ने इंदिरा गांधी की नेतृत्व क्षमता को भी सराहा। राष्ट्रपति ने कहा कि 1978 में कांग्रेस में दूसरी बार विभाजन हुआ था। इसके बाद भी राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने जीत हासिल की।
इस दौरान मंच पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी , पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उपस्थित थे।