पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर लिखी गई एक किताब ‘इंदिरा’ का विमोचन किया गया। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि इंदिरा कई मायनों में बुद्धिजीवी थीं, लेकिन लोग एक राजनीतिज्ञ के तौर पर उनकी भूमिका से ज्यादा प्रभावित लगते हैं।
पीटीआई के मुताबिक, रमेश ने कहा कि इंदिरा चिट्ठियां काफी अच्छा लिखती थीं और वह एवं उनके पिता जवाहरलाल नेहरू ने 25 साल की अवधि में एक-दूसरे को करीब 575 खत लिखे थे।
देवप्रिय रॉय की ओर से लिखी गई किताब ‘इंदिरा’ का विमोचन करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ज्यादातर लोगों को लगता है कि नेहरू ज्यादा बेहतर खत लिखते थे और ज्यादा बड़े बुद्धिजीवी थे, लेकिन उन 575 खतों में से लगभग आधे इंदिरा ने ही लिखे थे।