जिस इमारत को कथित तौर पर गिराने से रोकने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी की बैट से पिटाई की थी, उसे मंगलवार को गिरा दिया जाएगा। यह इमारत जीर्ण अवस्था में है। वहीं, आकाश विजयवर्गीय रविवार को जेल से बाहर आ गए।
जानकारी के मुताबिक, इंदौर नगर निगम ने 18 अप्रैल, 2018 को इस कमजोर इमारत के मालिक को नोटिस दिया था कि वे इसे खाली कर दें या फिर उसे हिस्से को ढहा दें जो बहुत खराब दशा में है। नोटिस में इस बात का जिक्र भी था कि अगर इमारत के मालिक ऐसा नहीं करते हैं तो निगम इस इमारत को सील कर देगा।
मानसून में जर्जर इमारत से खतरा
इंदौर नगर निगम के आयुक्त आशीष सिंह बताते हैं, 'यह इमारत बेहद कमजोर हालत में है। इस मानसून के दौरान यह कभी भी ढह सकती है ऐसे में हम यहां लोगों को रहने की इजाजत नहीं दे सकते। हादसा होने की स्थिति में कई लोगों की जान जा सकती है। मंगलवार को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा के बीच इस इमारत को ढहा दिया जाएगा।'
अपने कदम पर पछतावा नहीं: आकाश
बता दें कि भोपाल की एक विशेष अदालत ने शनिवार शाम बैट कांड और एक अन्य मामले मामले में आकाश विजयवर्गीय की जमानत अर्जी मंजूर कर ली थी। इसके बाद वह इंदौर की जिला जेल से रविवार सुबह छूटे। इस मौके पर आकाश ने कहा कि अपने कदम पर उन्हें कोई पछतावा नहीं है। आइंदा वह जनता के मुद्दे उठाते वक्त महात्मा गांधी के बताए अहिंसा के मार्ग पर चलेंगे।