प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को इकबाल मिर्ची से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्प लिमिटेड (डीएचएफएल) और अन्य संबंधित कंपनियों के करीब एक दर्जन परिसरों पर छापेमारी की। मिर्ची अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम का करीबी था। आरोप है कि डीएचएफएल ने सबलिंक रियल एस्टेट को कर्ज दिया था, जो मिर्ची से वित्तीय लेन-देन को लेकर जांच के घेरे में है।
अधिकारियों के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग प्रिवेंशन एक्ट (पीएमएलए) के तहत मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में छापे मारे गए और करीब एक दर्जन परिसरों में तलाशी ली गई।
सबलिंक रियल एस्टेट को दिया था कर्ज
आरोप है कि दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्प लिमिटेड (डीएचएफएल) का सबलिंक रियल एस्टेट से कथित तौर पर कारोबारी संबंध है। सबलिंक रियल एस्टेट मिर्ची के साथ वित्तीय लेन-देन को लेकर की जा रही जांच के घेरे में है। डीएचएफएल ने रियल एस्टेट कंपनी को 2,186 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। ईडी को शक है कि यह पैसा सबलिंक ने मिर्ची और उसके सहयोगियों के खाते में कथित तौर पर पहुंचाया। जांच एजेंसी अब दस्तावेजों और अन्य सबूतों के आधार पर साक्ष्य तलाश रही है।
प्रफुल्ल पटेल से की गई पूछताछ
डीएचएफएल पहले ही कह चुकी है कि कथित संदिग्ध लेन-देन से उसका कोई लेना देना नहीं है। ईडी के मिर्ची के दो कथित सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला सुर्खियों में आया था। यह मामला मिर्ची और अन्य के कई करोड़ के रियल एस्टेट सौदों से जुड़ा हुआ है।
2013 में मिर्ची की लंदन में मौत हो गई थी। वह नशीले पदार्थों की तस्करी और वसूली अपराधों में दाऊद इब्राहीम का दाहिना हाथ माना जाता था। ईडी ने इस मामले में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से शुक्रवार को पूछताछ की थी। पटेल पर मिर्ची के परिवार के साथ कथित तौर पर संपत्ति संबंधी डील करने का आरोप है जबकि प्रफुल्ल पटेल ने आरोपों से इनकार किया है।