यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में भारत का एक और शहर शामिल हो गया है। राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज घोषित कर दिया गया है। यह ऐलान यूनेस्को ने शनिवार को किया। बता दें कि राजस्थान में 37 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं। इनमें चित्तौड़गढ़ का किला, कुंभलगढ़, जैसलमेर, रणथंभोर, और गागरोन का किला शामिल हैं।
पीएम ने दी बधाई
यह ऐलान यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज कमिटी के अजरबेजान के बाकू में जारी 43वें सत्र के बाद किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया है- 'जयपुर का संबंध संस्कृति और शौर्य से है। उत्साह से भरपूर जयपुर की मेहमाननवाजी लोगों को इसकी ओर खींचती है। खुशी है कि इस यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया है।'
पिछले साल भेजा था प्रस्ताव
पिछले साल अगस्त में पिंक सिटी को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित करने के लिए सरकार की ओर से प्रस्ताव भेजा गया था। आईसीओएमओएस (स्मारक और स्थल पर अंतरराष्ट्रीय परिषद) ने 2018 में शहर का निरीक्षण किया था। नामांकन के बाद बाकू में डब्ल्यूएचसी ने इस पर गौर किया और इसे यूनेस्को विश्व विरासत स्थल सूची में शामिल किया। राजस्थान में ऐतिहासिक शहर जयपुर की स्थापना सवाई जय सिंह द्वितीय के संरक्षण में हुई थी। यह सांस्कृतिक रूप से संपन्न राज्य राजस्थान की राजधानी है।
क्या होगा फायदा
2017 के ऑपरेशन गाइडलाइन के तहत एक राज्य से हर साल सिर्फ एक स्थान को ही वर्ल्ड हेरिटेज बनाने के लिए प्रस्तावित किया जा सकता है। यह दर्जा मिलने से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलने से लोकल अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है और लोगों को रोजगार भी मिलता है। हस्तशिल्प और हस्तकरघा उद्योग की भी आमदनी को भी फायदा होता है।