विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग से जुड़ी एक खुली बहस में पाकिस्तान को आतंकवादियों को शह देने के लिए निशाना साधा। पाकिस्तान में छिपे दाउद इब्राहिम का परोक्ष तौर पर हवाला देते हुए संयुक्त उन्होंने कहा कि 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के लिए जिम्मेदार आपराधिक गिरोहों को न केवल सरकार का संरक्षण ही नहीं मिल रहा बल्कि वे पांच सितारा आतिथ्य का आनंद उठा रहे हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डिजिटल तरीके से बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सबसे पहले हमें आतंकवाद के खिलाफ मुकाबले के लिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखानी होगी। इस लड़ाई में किंतु-परंतु नहीं होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता, ना ही इसका गुणगान किया जा सकता है। सभी सदस्य राष्ट्रों को आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं और समझौते का पालन करना चाहिए।’’
जयशंकर ने चीन का नाम लिए बिना आतंकवादियों के खिलाफ वैश्विक कार्रवाई में बाधाएं खड़ी किए जाने की उसकी कोशिशों की निंदा की और कहा कि इस तरह से यूएनएससी की ओर से दी गई शक्तियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।