सरकार ने मानव रहित विमान (यूएवी) के निर्माण की तकनीक पर नजर रखने के लिए नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा की अध्यक्षता में 13 सदस्यीय टास्क फोर्स गठित करने का फैसला किया है। टास्क फोर्स केंद्र और साथ ही राज्य सरकारों, उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के लिए कार्यान्वयन योग्य सिफारिशों के साथ एक रोडमैप का विकास करेगा।
टास्क फोर्स में सरकार, पीएसयू, उद्योग जगत के विशेषज्ञ शामिल किए हैं। यह छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट देगा। इसका मुख्यालय दिल्ली स्थित नागरिक उड्डयन मंत्रालय में होगा।
सिन्हा के अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव राजीव नयन चौबे, गृह मंत्रालय के सचिव राजीव गौबा, रक्षा विभाग के सचिव संजय मित्रा, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव रमेश अभिषेक, इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. एपी मारेश्वरी, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के महानिदेशक बीएस भुल्लर, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष और सचिव डॉ. एस क्रिस्टोफर, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के महानिदेशक और सचिव डॉ. गिरीश सैनी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा, आइआइटी कानपुर में एयरोस्पेस विभाग के विभागाध्यक्ष एके घोष और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार मिश्रा (सदस्य सचिव) को टास्क फोर्स में रखा गया है।
टास्क फोर्स मेक इन इंडिया की प्राथमिकता के लिए अनुसंधान और विकास, अधिग्रहण व व्यावसायीकरण, विशिष्ट क्षेत्रों में आवेदन और अधिग्रहण, विनियामक ढांचा पर ध्यान केंद्रित करेगा।
टास्क फोर्स अपनी रिपोर्ट तैयार करने के लिए जरूरत पड़ने पर वैश्विक कार्यप्रणाली के अध्ययन करने के साथ हितधारकों के साथ बातचीत भी कर सकता है। टास्क फोर्स के लिए उद्योग, अनुसंधान संस्थानों और सरकारी संगठनों के साथ परामर्श और बातचीत करना जरूही होगा।