प्रदेश में सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। दुमका में हैवानियत की पराकाष्ठा वाली घटना सामने आयी है। यहां आदिवासी समाज से आने वाली पांच बच्चों की मां के साथ 17 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। मंगलवार को घटना उस समय घटी जब महिला अपने पति के साथ हाट से लौट रही थी।
पीड़िता के बयान पर राम मोहली सहित 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामला सामने आने के बाद क्षेत्रीय डीआइजी और दुमका ग्रामीण के एसपी थाना पहुंचे और पूरे घटना क्रम की जानकारी ली। पुलिस के अनुसार एक आरोपी की पहचान कर ली गई है। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। छापेमारी की जा रही है।
पीड़िता के पति ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि वह गांव के साप्ताहिक मंगला हाट से रात करीब आठ बजे अपनी पत्नी के साथ लौट रहा था उसी समय रास्ते में नशे में चूर कई युवक दिखे। उन लोगों ने मुझे बंधक बना लिया और दो लड़के मेरी पत्नी को झाड़ी में ले गये। फिर बारी-बारी से 17 लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस को जानकारी देने पर हत्या कर देने की धमकी भी दी।
इधर, भाजपा ने दुष्कर्म की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि दुमका के मुफस्सिल थाना में आदिवासी महिला के साथ 17 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने फिर राज्य को शर्मसार कर दिया है। शाम सात बजे से रात के 12 बजे तक बारी-बारी से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। पूरे संताल परगना में आये दिन सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं घट रही हैं। हेमंत सरकार घटना को रोक नहीं सकती तो मुख्यमंत्री चूड़ी पहन लें। संताल परगना में साध्वी, बच्ची और महिला के साथ अमानवीय घटनाएं घट रही हैं उससे असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है। हेमंत सरकार के सत्ता संभालने के बाद दुष्कर्म की 1300 से अधिक घटनाएं हुईं हैं। यानी रोज पांच घटनाएं। भजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर ने इस घटना के खिलाफ गुरुवार को दुमका में सिद्धो-कान्हो और रांची के मोरहाबादी मैदान में गांधी प्रतिमा के समक्ष एक दिन का धरना दिया जायेगा।