राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव और विधानसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि बिहार में सैकड़ों व्यवसायी मारे जा रहे हैं, लेकिन हम इसे "जंगल राज" नहीं कह सकते।पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाए और कहा, "पटना में पुलिस थाने से चंद कदम की दूरी पर बिहार के एक प्रमुख व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई!"
तेजस्वी यादव ने 'X' पर हिंदी में लिखा, "बिहार में हर महीने सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है, लेकिन हम इसे जंगल राज नहीं कह सकते? क्योंकि इसे ही शास्त्रों में मीडिया मैनेजमेंट, परसेप्शन मैनेजमेंट और इमेज मैनेजमेंट कहा गया है।"
इससे पहले आज राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या को लेकर बिहार सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य "अराजकता की स्थिति में पहुंच गया है"।
राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार अब बिहार के मुख्यमंत्री बने रहने लायक नहीं हैं।
मृत्युंजय तिवारी ने एएनआई से कहा, "नीतीश कुमार अब एक पल के लिए भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहने के लायक नहीं हैं। बिहार अराजकता की स्थिति में पहुंच गया है... इस सरकार के जाने से ही बिहार का भला होगा।"
इस बीच, बिहार पुलिस ने हत्या मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। एसआईटी का नेतृत्व पटना सेंट्रल एसपी करेंगे।पटना के गांधी मैदान में गोपाल खेमका की हत्या के बाद शनिवार सुबह फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची।यह घटना 4 जुलाई को घटी थी।
पटना की पुलिस अधीक्षक (एसपी) दीक्षा ने शनिवार को एएनआई को बताया, "4 जुलाई की रात करीब 11 बजे हमें सूचना मिली कि गांधी मैदान के दक्षिणी इलाके में व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है..."
पुलिस अधिकारी ने कहा, "घटनास्थल को सुरक्षित कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है... एक गोली और एक खोखा बरामद किया गया